उत्तराखंड एवं उत्तरकाशी की संपूर्ण खबरों के लिए देखिए गंगा 24 EXPRESS महेश बहुगुणा के साथ=8126216516
*उत्तरकाशी में पुलिस परिवार की महिलाओं को जूट बैग बनाने का दिया गया तीन दिवसीय प्रशिक्षण*
*डॉ0 अलकनंदा अशोक* के नेतृत्व में पुलिस परिवार की महिलाओं के कल्याण एवं स्वरोजगार से जोडने हेतु प्रदेशभर में चलाए जा रहे *उपवा (उत्तराखंड पुलिस वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन)* के अंतर्गत *पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी श्री अर्पण यदुवंशी* के मार्गदर्शन एवं *पुलिस उपाधीक्षक (ऑप्स) श्री प्रशान्त कुमार* के पर्यवेक्षण में *पुलिस लाईन ज्ञानसू उत्तरकाशी में दिनांक 25 से 27 जुलाई तक जूट के बैग बनाने का तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया,* उक्त प्रशिक्षण में पुलिस परिवार की महिलाओं द्वारा बढ-चढ कर प्रतिभाग किया गया।
*प्रशिक्षण समापन के अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक आप्स* द्वारा पुलिस परिवार की महिलाओं से उनकी समस्याएं एवं सुझाव को जाना गया एवं आगामी त्योहारों एवं उपवा के तहत आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों में भी इसी तरह बढ-चढ कर प्रतिभाग करने का अनुरोध किया गया। *सी0ओ0 ऑप्स द्वारा उक्त प्रशिक्षण को स्वरोजगार से जुडने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुये सभी से लगातार इसका अभ्यास करने हेतु बताया गया।*
*उक्त जूट बैग मेकिंग प्रशिक्षण रेनुका समिति मातली के प्रोग्राम मैनेजर उज्जवल उनियाल के पर्यवेक्षण में प्रशिक्षक श्रीमती हेमलता उनियाल एवं श्रीमती आशा चौहान द्वारा दिया गया।*
समापन अवसर पर *प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन, उ०नि० गीता, प्रभारी महिला काउंसलिंग सैल* सहित अन्य उपस्थित रहे।
*भारतीय वैज्ञानिकों का मस्ताड़ी एवं कुंजन गांव का सर्वेक्षण कार्य संपन्न*
जिला प्रशासन के द्वारा भटवाड़ी तहसील के मस्ताड़ी एवं कुज्जन गांव का भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के भूवैज्ञानिकों से सर्वेक्षण का कार्य सम्पन्न कराया गया है। सर्वेक्षण की रिपोर्ट • मिलने के बाद इन गांवों की सुरक्षा के संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि मस्ताड़ी एवं कुज्जन गांव में लंबे समय से भूधंसाव होने तथा भूमि के अंदर से पानी का रिसाव होने के कारण गांव के रिहायशी क्षेत्रों में खतरे की आशंका व्यक्त की जा रही थी। जिसे देखते हुए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की देहरादून स्थित राज्य इकाई को इन दोनों गावों का सर्वेक्षण कर रिपोर्ट देने की अपेक्षा की गई थी।
जिलाधिकारी के आग्रह पर भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा भूवैज्ञानिक सोनाली गुप्ता एवं वंदना खम्पा को मस्ताड़ी एवं कुज्जन गांव के प्रारंभिक भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण तथा भू-तकनीकी सर्वेक्षण करने के लिए इन गांवो मे भेजा गया था। दोनों भूवैज्ञानिकों ने पिछले दो दिनों से जिले के भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के भूवैज्ञानिक जीडी प्रसाद के साथ उक्त दोनो गावो में जाकर सर्वेक्षण कार्य संपादित किया और परीक्षण के लिए मिट्टी के नमूने एकत्र किए है। स्थलीय सर्वेक्षण और मिट्टी के नमूनों के प्रयोगशाला परीक्षण के नतीजों के विश्लेषण कर भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौपेगा। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल ने बताया कि उक्त सर्वेक्षण के दौरान राजस्व विभाग के अधिकारी, स्थानीय ग्राम प्रधान एवं अन्य ग्रामीण भी उपस्थित रहे। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद प्रशासन द्वारा इन गांवो की सुरक्षा के संबंध में विशेषज्ञों की राय के अनुसार आगे की रणनीति तय की जायेगी।
*आजादी के अमृत महोत्सव "मेरी माटी मेरा देश" अभियान के साथ मनाया जाएगा*
आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आगामी 9 से 15 अगस्त तक जिले में ‘मेरी माटी मेरा देश‘ अभियान हर्षोल्लापूर्वक मनाए जाने का निश्चय किया गया है। इस अभियान के तहत जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत पर शिला फलक स्थापना, पंच प्रण प्रतिज्ञा, अमृत वाटिका की स्थापना, वीरों का वंदन, हर घर तिरंगा फहराने जैसे अनेक कार्यक्रम भव्य तरीके से आयोजित करने के साथ ही मिट्टी यात्रा के तहत हर पंचायत से मिट्टी लेकर कर्तव्यपथ दिल्ली स्थित अमृत वाटिका में पहुंचाई जाएगी।
अभियान की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने जन-प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की बैठक लेते हुए बताया कि केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव के समापन के उपलक्ष्य में देशभर में आगामी 9 से 15 अगस्त तक ‘मेरी माटी मेरा देश‘ अभियान संचालित किया जाएगा। जिले में अधिकाधिक जन-सहभागिता सुनिश्चित करते हुए इस अभियान को योजनाबद्ध एवं समयबद्ध तरीके से संपन्न कराने की अपेक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि देश के प्रति समर्पण एवं शहीदों के प्रति सम्मान को प्रदर्शित करने का यह एक बेहतर सुवसर है, जिसमें सभी लोगों को बढ़-चढ कर भाग लेना चाहिए। इसमें जन-प्रतिनिधियों का पूरा सहयोग लेकर इसे जन-अभियान के रूप में संचालित किया जाय। सभी विभाग परस्पर समन्वय बनाकर अभियान से जुड़ी जिम्मेदारियों का तत्परता से संपादन सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि अभियान के संचालन को लेकर जिला स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाने के के साथ ही अधिकारियों की एक समिति भी बनाई गई है। इसी तरह ब्लॉक स्तर पर भी उप जिलाधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों के संयोजन में समिति बनाने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर तक इसकी तैयारियां तत्काल शुरू कर दी जाय। नगर निकायों में भी इसी तरह भव्यता के साथ कार्यक्रम आयोजित किए जाने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी जन-प्रतिनिधियों, अधिकारियों और जन-समान्य का यह प्रयास हो कि सीमांत उत्तरकाशी जिला इस अभियान में उल्लेखनीय भूमिका निभाए। जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान की गतिविधियों को पंचायत की माईक्रो वेबसाईट पर भी अपलोड किया जाना है, जिसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा बनाई गई वेबसाईट पर हर पंचायत की माईक्रो वेबसाईट बनाई गई है।
बैठक में मुख्य विकास गौरव कुमार ने कहा कि ‘मेरी माटी मेरा देश‘ अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि अभियान के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर अथवा किसी जल निकाय या अन्य किसी उपयुक्त स्थान पर तय डियाजन के शिलाफलक स्मारक की स्थापना की जाएगी। इस शिला फलक पर आजादी का अमृत महोत्सव का लोगोे, प्रधानमंत्री जी का विजन 2047 का उद्धरण एवं स्थानीय वीर शहीदों के नाम अंकित होंगे। आगामी 9 से 15 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस अभियान के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचप्रण शपथ लेकर सेल्फी अपलोड करने का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। अभियान के तहत वसुधा वंदन कार्यक्रम में प्रत्येक पंचायत में अमृत वाटिका का निर्माण कर उसमें कम से कम 75 स्थानीय प्रजाति के पौधों का रोपण किया जाएगा। साथ ही वीरों का वंदन कार्यक्रम आयोजित कर स्वतंत्रता सेनानी एवं शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा और झण्डारोहण व राष्ट्रगान भी किया जाएगा। तय कार्यक्रम के अनुसार 13 से 15 अगस्त तक बीते साल की भांति इस बार भी ‘हर घर तिरंगा‘ फहराया जाएगा।
इस अभियान के दौरान हर ग्राम पंचायत से मिट्टी यात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा में ग्रामीण युवा अपने गांव की मिट्टी विकास खंड मुख्यालय में लाएंगे। प्रत्येक विकास खण्ड से सभी गांवों की मिट्टी का कलश नई दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ ले जाया जाएगा। नगर निकायों में भी पंचायतों की तर्ज पर कार्यक्रम आयोजित होंगे।
बैठक में अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान, जिला पंचायत राज अधिकारी सी.पी.सुयाल, जिला शिक्षा अधिकारी पद्मेन्द्र सकलानी, खंड विकास अधिकारी भटवाड़ी अमित मंमगाई, प्रधान संगठन के अध्यक्ष प्रताप रावत सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों एवं अनेक जन-प्रतिनिधियों ने प्रत्यक्ष भागीदारी की। जबकि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत, ब्लॉक प्रमुख डुण्डा शैलेन्द्र कोहली, ब्लॉक प्रमुख पुरोला रीता पंवार, उप जिलाधिकारी डुण्डा मीनाक्षी पटवाल, उप जिलाधिकारी पुरोला देवानंद शर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी डी.पी.बलूनी के अलावा सभी तहसीलदारों, खंड विकास अधिकारियों एवं अनेक पंचायत प्रतिनिधियों ने बैठक में प्रतिभाग किया।
*उत्तरकाशी मुख्यालय बाड़ाहाट नगरपालिका को राहत 60 दिनों का मिला कूड़ा छटनी का समय*
देर सवेर उत्तरकाशी शहर में कूड़ा निस्तारण की समस्या पर जारी हंगामा फिलहाल शांत हो गया है।
तिलोथ के ग्रामीणों और नगरपालिका के बीच एक बार फ़िर लिखित शर्तनामा बनने के बाद तिलोथ सेंटर में कूड़ा सेग्रीगेशन पर सहमति बन गई है। हालांकि प्रशासन ने तिलोथ से अभी धारा 144 नहीं हटाई है।
शनिवार को जिला सभागार में हुई बैठक में गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान और नगरपालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल सहित प्रशासन और ग्रामीणों के बीच तिलोथ में कूड़ा सेग्रिगेशन को लेकर खासी बहस हुई। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए विधायक चौहान ने संघर्ष समिति तिलोथ के चुने गए शिष्टमंडल के साथ कूड़ा निस्तारण पर विस्तृत चर्चा की।
प्रशासन की मौजूदगी में ग्रामीणों के साथ काफी देर चली बैठक में घूम फिर के वही बात सामने आई कि तिलोथ में कूड़ा न डाला जाए। प्रशासन ने कहा कि कूड़ा छंटाई तिलोथ में ही होना है और कोई चारा फिलहाल नहीं है। हाईकोर्ट के भी स्पष्ट निर्देश हैं। वहीं ग्रामीणों ने तिलोथ में कूड़ा न डालने को लेकर अपनी दलीलें रखी। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों को काफी समझाया।
हंगामें के बीच बैठक में विधायक चौहान ने कहा कि तिलोथ में किसी प्रकार का कूड़ा डपिंग जोन नहीं बनेगा। सिर्फ कूड़ा छंटाई का काम होगा। इसी आधार पर देर सांय को ग्रामीणों और नगरपालिका के बीच 14 बिंदुओं पर सहमति व्यक्त की गई और समझौता पत्र तैयार करते हुए तिलोथ कूड़ा निस्तारण के लिए राजी हो गए।
ग्रामीणों और नगरपालिका के बीच हुए समझौते के अनुसार, तिलोथ में कूड़ा डंप नहीं किया जाएगा। यहां केवल पुराना कचरे का ही सेग्रीगेशन होगा। एक अगस्त से अगले 60 दिनों तक तिलोथ में कूड़ा सेग्रीगेशन का काम चलेगा। इससे प्लास्टिक, मिट्टी इत्यादि जो भी ठोस अपशिष्ट निकलेगा, उसका निस्तारण पालिका कहीं और करेगी। एक दिन में निस्तारण केंद्र में 25 ट्रक ही कूड़ा छंटाई लिए ही भेजे जाएंगे।
समझौते पत्र में यह भी शर्त रखी गई है कि यदि 60 दिन के भीतर किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न किया गया तो उस दिन को निर्धारित सीमा समय में नहीं गिना जाएगा। निर्धारित पूरा होने के बाद कूड़ा निस्तारण तिलोथ में नहीं किया जाएगा।
बैठक में संघर्ष समिति के अध्यक्ष एलम सिंह पंवार, चंदन सिंह पंवार, सुरेश उनियाल, दिनेश चंद्र उनियाल, जय प्रकाश गैरोला, डीएम अभिषेक रूहेला, एडीएम तीर्थपाल सिंह, एसडीएम चत्तर सिंह, सीओ प्रशांत कुमार, ईओ एसके चौहान आदि थे।
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