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*हर्षिल में राज्य स्तरीय सेब महोत्सव का कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किया उद्घाटन*
हर्षिल में राज्य स्तरीय सेब महोत्सव का शुभारंभ करते हुए राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हर्षिल क्षेत्र में उत्कृष्ट किस्म के सेब के उत्पादन को देखते हुए इसकी बेहतर ब्राडिंग व मार्केटिंग पर राज्य सरकार विशेष ध्यान दे रही है। कृषि मंत्री ने हर्षिल क्षेत्र को फलपट्टी बनाए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि इस इलाके में हार्टी-टूरिज्म को विकसित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
वाईब्रेंट विलेज हर्षिल के उद्यान विभाग के परिसर में आयोजित दो दिवसीय सेब महोत्सव का उद्घाटन लोक संस्कृति के विविध रंगों से सराबोर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। इस मौके पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने किसानों की आय बढाने और खेती-बागवानी को प्रोत्साहित करने के लिए अभूतपूर्व काम किए हैं। जिसके नतीजे अब सामने आ रहे हैं। बागवानी मिशन के जरिए उद्यानीकरण को बढावा दिया जा रहा है। मिलेट मिशन के जरिए पारंपरिंक मोटा अनाज को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से देश-दुनिया में नई पहचान मिली और अब कोदा-झंगोरा जैसी फसले भी किसानों की आर्थिकी को संवार रही हैं। इन प्रयासों के चलते राज्य में वर्ष 2025 तक किसानों की आय में दोगुना वृद्धि होना तय है।
श्री जोशी ने कहा हर्षिल का सेब गुणवत्ता के मामले में बेहतरीन है। इस क्षेत्र में बागवानी विकास की दिशा में काफी महत्वपूर्ण काम हुए हैं। राज्य सरकार ने इस क्षेत्र के बागवानों को प्रोत्साहित करने तथा बागवानी से जुड़ी सुविधाएं व तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए काफी काम किया है। इस प्रयासों को अब और बड़े पैमाने पर संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही ब्रांडिंग और विणपन के मोर्चे पर भी अधिक ध्यान केन्द्रित किया गया है। हर्षिल क्षेत्र के आठ गांवों में बागों की जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए घेरबाड़ करने हेतु दो करोड़ चालीस लाख रूपये की योजनाएं स्वीकृत की गई है। इस क्षेत्र के लिए अलग से सेब की खास पेटियां उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही उद्यानों में रसायनों के छिड़काव के लिए उच्च क्षमता के ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं और बागवानी में नई तकनीकों का समावेशन तथा उच्च क्षमता व गुणवत्ता के उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
कृषि मंत्री ने कहा कि हर्षिल क्षेत्र के सेब की मांग काफी अधिक है लिहाजा हमें व्यावसायिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाते हुए बागवानी के विकास की बेहतरीन संभावनाओं को साकार करने के लिए जुटना होगा। उन्होंने हर्षिल क्षेत्र में उच्च क्वालिटी के रसायनों व अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाते हुए इस इलाके को फलपट्टी बनाने की घोषणा की। श्री जोशी ने कहा कि स्थानीय किसानों की आर्थिकी सुधारने के लिए बागवानी को पर्यटन से जोड़ने के लिए भी कारगर योजना चलाई जाएगी। उन्होंने बागवानी के विकास के लिए जिले के अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह की योजनाएं संचालित किए जाने का भरोसा दिलाते हुए मोरी व पुरोला ब्लॉक में उद्यान सचल दल केन्द्र खोले जाने की घोषणा भी की।इस मौके पर कृषि मंत्री ने सेब प्रदर्षनी के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह राणा, ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत, अपर निदेशक उद्यान डा आरके सिंह तथा किसानों के प्रतिनिधि मोहन सिंह राणा ने विचार रखे।
कार्यक्रम में कृषि विभाग के महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, ब्लॉक प्रमुख डंुडा शैलेन्द्र कोहली, ब्लॉक प्रमुख मोरी बचन सिंह पंवार, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत, उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक रतन कुमार एवं बृजेश गुप्ता, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, उपजिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान, पीडी डीआरडीए रमेश चन्द्र, मुख्य उद्यान अधिकारी डा. डीकेतिवारी, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, जीएम डीआईसी शैली डबराल, जिला पूर्ति अधिकारी सतोष भट्ट, जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल चौहान, जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी, खंड विकास अधिकारी भटवाड़ी अमित मंमगाई, सेना की स्थानीय यूनिट के कै. एनजी रमेश, सेब विशेषज्ञ बृजेश गुप्ता, हिमांचल प्रदेश से बागवानी विशेषज्ञ सुरेश पाजटा सहित बड़ी संख्या में जिले व बाहरी क्षेत्रों से किसान व देश-विदेश से आये पर्यटक उपस्थित रहे।
*हर्षिल सेब महोत्सव में कई विदेशी पर्यटक हुए समलित*
हर्षिल में आयोजित सेब महोत्सव का देश विदेश के पर्यटकों ने जमकर लुत्फ उठाया। महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर महिला मंगल दल झाला, जसपुर और बगोरी की महिलाओं की पारंपरिक लोक नृत्यों की प्रस्तुति ने देश-विदेश से आए पर्यटकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। महिलाओं के रासों-तांदी नृत्यों की पांत में जुड़कर विदेशी महिला पर्यटक सामूहिक लोक नृत्यों के अनूठे रंगों से सराबोर हो उठी।
इस आयोजन की साक्षी बनी ब्रिटेन की पर्यटक ईमा लोक संस्कृति के अद्भुत रंगों से अभिभूत नजर आई। ईमा हर्षिल के सेब के लाजवाब स्वाद की इस कदर मुरीद दिखीं कि उन्होंने इसे दुनिया का बेहतरीन सेब करार दिया। ब्रिटेन की ही एक अन्य पर्यटक शॉर्ले फ्लोरेंस ने सेबों की प्रदर्शनी और लोक जीवन तथा प्राकृतिक सौंदर्य को शानदार और अविस्मरणीय बताया। वहीं राजस्थान ने आई पर्ल, जाह्नवी आदि महिला पर्यटक भी महोत्सव में जमकर थिरकीं और सेबों की लज्जत का आनंद उठाया। बंगलुरू से आए एन. सुरेन्द्रन जैसे कई पर्यटकों ने भी इस महोत्सव को बेहतर पहल बताते हुए कहा कि अगली बार इस अनूठे आयोजन में वह अपने और साथियों के साथ भाग लेना चाहेंगे।
*उत्तरकाशी के हर्षिल में सेब महोत्सव का हुआ भव्य और दिव्या आयोजन*
हर्षिल में आयोजित सेब महोत्सव में विभिन्न किस्मों के सेबों की प्रदर्शनी आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही। प्रदर्शनी में गोल्डन ,रॉयल,रेड डेलिशियस, फैनी, रॉयमर, जोनाथन, बकिंघम, रेड ब्लाक, जिंजर गोल्ड, पिंक लेडी, ग्रेमी स्मिथ, रेड गोल्डन, ग्रीन स्वीट, रेड फ्यूजी, क्रेब एप्पल आदि प्रजाति के सेब प्रदर्शित हुए।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रदर्शनी के विजेता सेब बागवानों किरन सिंह, जयपाल सिंह, रघुवीर सिंह रावत, आजाद डिमरी, जगमोहन राणा, संगीता थपलियाल, सचेन्द्र सिंह पंवार, विजय पाल सिंह,उदय सिंह,रेणुका बधानी आदि कास्तकारों को ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया।
*उत्तरकाशी जनपद के स्वास्थ्य चिकित्सालय ढांचे को दुरुस्त और मजबूत बनाने के लिए अपर सचिव और अन्य का दौरा*
जनपद के चिकित्सालयों में नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को अत्यधिक प्रभावी एवं सुदृढ़ीकरण किये जाने के उद्देश्य से डाॅ0 आनन्द श्रीवास्तव, अपर सचिव, राजस्व, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व चिकित्सा शिक्षा, उत्तराखण्ड शासन द्वारा जनपद के चिकित्सा इकाईयों का दो दिवसीय भ्रमण कर, स्थलीय निरीक्षण किया गया। अपर सचिव द्वारा जिला चिकित्सालय में आई0सी0यू0, मेडिकल वार्ड, जनरल वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, ट्रामा सेंटर, क्रिटीकल केयर यूनिट, पैथोलाॅजी लैब एवं चंदन लैब का निरीक्षण किया गया इसके साथ ही आयुष्मान डेस्क से आयुष्मान कार्ड एवं आभा आई0डी0 के प्रगति के बारे में जानकारी ली गई। निरीक्षण के दौरान अपर सचिव द्वारा मरीजों एवं उनके तीमारदारों से मुलाकत कर, चिकित्सालय से मुहैया करायी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली गई। जिला चिकित्सालय के निरीक्षणोपरान्त् अपर सचिव द्वारा चिकित्सा अधिकारियों की बैठक ली गई जिसमें उनके द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से एन0एच0एम0 के अन्तर्गत संचालित योजनाओं, सिकल सेल एनमिया के उपचार, टी0बी0 मुक्त उत्तराखण्ड की दिशा में अब तक किये गये प्रयासों एवं उपलब्धियों की जानकारी ली गई। उनके द्वारा जिला चिकित्सालय में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं एवं रिक्त पदों के संबंध में पूछे जाने पर प्रमुख अधीक्षक डाॅ बी0एस0 रावत एवं डाॅ0 पी0एस0 पोखरियाल द्वारा चिकित्सकीय आवास के कमी होने की जानकारी देते हुए कहा गया कि चिकित्सालय के समीप चिकित्सा अधिकारियों हेतु आवासीय भवन न होने के फलस्वरूप ऑन काॅल ड्यूटी में अत्याधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही उनके द्वारा अपर सचिव से सुरक्षा कर्मियों की संख्या में बढोत्तरी हेतु अनुरोध किया गया। डाॅ0 बी0एस0 रावत द्वारा बताया गया कि चिकित्सालय में त्वचा रोग विशेषज्ञ एवं माइक्रो बायोलाॅजिस्ट के पद रिक्त होने के साथ आई0सी0यू0 एवं अन्य वार्डों में मानव संसाधन की काफी कमी है जिस पर अपर सचिव द्वारा कहा गया कि शीघ्र ही रिक्त पदों के सापेक्ष चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाॅफ की तैनाती हेतु प्रयास किये जाएंगे। चिकित्सकों हेतु आवासीय भवन का प्रस्ताव तत्काल प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये गये।
जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था के ढांचे को और सुदृढ़ व प्रभावी बनाये जाने के लिए अपर सचिव, राजस्व, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, डाॅ0 आनन्द श्रीवास्तव द्वारा अपने दो दिवसीय भ्रमण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चिन्यालीसौड़, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र डुण्डा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़कोट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नौगांव एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला का स्थलीय निरीक्षण कर, स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया गया। सी0एच0सी0 बड़कोट के चिकित्सा प्रबंधन को चिकित्सालय में साफ-सफाई हेतु निर्देश दिये गये एवं आयुष्मान कार्ड एवं आभा आई0डी0 बनाने में और गति लाने हेतु निर्देश दिये गये। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला को निर्देश दिये गये कि गांव-गांव जाकर आयुष्मान योजना से वंचित लोगों के आयुष्मान कार्ड एवं आभा आई0डी0 बनाये जाएं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 आर0सी0एस0 पंवार, प्रमुख अधीक्षक डाॅ0 बी0एस0 रावत, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 बी0एस0 पांगती, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डाॅ0 आर0सी0 आर्य (यमुना वैली), डाॅ0 रफीक, डाॅ0 अंगद राणा एवं डाॅ0 कपिल तोमर आदि उपस्थित रहे।
*जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण उत्तरकाशी*
जिलाधिकारी महोदय, उत्तरकाशी के निर्देशन में जनपद उत्तरकाशी के विभिन्न विद्यालयों के लिए प्रस्तावित प्रशिक्षण कार्यक्रम की श्रृंखला में दिनांक- 19 अक्टूबर 2023 को विकास खण्ड भटवाड़ी के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बोंगा, में एक दिवसीय आपदा प्रबंधन एवं न्यूनीकरण / त्वरित राहत-बचाव कार्य/जगरूकता प्रशिक्षण प्राथमिक चिकित्सा उपचार एवं मॉक अभ्यास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA), उत्तरकाशी के तत्वाधान में DDMA उत्तरकाशी के मास्टर ट्रेनर मस्तान भण्डारी के नेतृत्व में तथा एस.डी.आर.एफ.उजेली ,अग्निशमन उत्तरकाशी एवं क्यू.आर.टी आपदा प्रबन्धन द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं/ विद्यालय कर्मियों सहित, कुल 39 व्यक्ति उपस्थित थे, कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र अंतर्गत विद्यमान तथा संभावित प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, भूस्खलन, त्वरित बाद, वनग्नि आदि के विषय में जानकारी दी गई एवम आपदा के प्रकार आपदा के दौरान और पश्चात की कारवाही के बारे में बताया गया। आपदा प्रबंधन एवं अन्य महत्वपूर्ण जन-जागरूकता संबंधी जानकारियां/ मॉक अभ्यास सहित भी दी गई। जैसे- उपकरणों की जानकारी, जुम्मारिंग,रैपलिंग,आपातकालीन स्ट्रेचर बनाना, प्राथमिक उपचार आग से बचने के तरीके और बाढ़ से बचाव के तरीके, आदि संबंधित जानकारी के साथ जनपद आपातकालीन परिचालन केंद्र, राज्य आपातकालीन परिचालक केंद्र के टोल फ्री नंबर की जानकारी और विद्यालय परिसर के सुरक्षित स्थान एवं निकासी मार्गो की भी जानकारी प्रशिक्षण दल द्वारा दी गई। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उत्तरकाशी देवेंद्र सिंह पटवाल द्वारा माह अक्टूबर 2023 मे विभिन्न विद्यालयों ( रा. हाई. स्कूल उत्तरो, रा. का. हाई. स्कूल ज्ञानसू, रा. हाई. स्कूल पाटा एवं रा. का. हाई स्कूल बडेथी) में संचालित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सूची तैयार का प्रशिक्षण दल को प्रशिक्षण से संबंधित कहीं महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। प्रधानाचार्य रा. उच्च. माध्यमिक विद्यालय बोंगा *श्री जे.पी. सेमवाल जी* द्वारा भी सभी छात्र छात्राओ और उपस्थित कार्मिकों को संबोधित किया गया।
*उत्तरकाशी जनपद के चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य केदो के ढांचे को मजबूत और दुरुस्त करने के उद्देश्य से अपर सचिव का दौरा*
जनपद के चिकित्सालयों में नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को अत्यधिक प्रभावी एवं सुदृढ़ीकरण किये जाने के उद्देश्य से डाॅ0 आनन्द श्रीवास्तव, अपर सचिव, राजस्व, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व चिकित्सा शिक्षा, उत्तराखण्ड शासन द्वारा जनपद के चिकित्सा इकाईयों का दो दिवसीय भ्रमण कर, स्थलीय निरीक्षण किया गया। अपर सचिव द्वारा जिला चिकित्सालय में आई0सी0यू0, मेडिकल वार्ड, जनरल वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, ट्रामा सेंटर, क्रिटीकल केयर यूनिट, पैथोलाॅजी लैब एवं चंदन लैब का निरीक्षण किया गया इसके साथ ही आयुष्मान डेस्क से आयुष्मान कार्ड एवं आभा आई0डी0 के प्रगति के बारे में जानकारी ली गई। निरीक्षण के दौरान अपर सचिव द्वारा मरीजों एवं उनके तीमारदारों से मुलाकत कर, चिकित्सालय से मुहैया करायी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली गई। जिला चिकित्सालय के निरीक्षणोपरान्त् अपर सचिव द्वारा चिकित्सा अधिकारियों की बैठक ली गई जिसमें उनके द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से एन0एच0एम0 के अन्तर्गत संचालित योजनाओं, सिकल सेल एनमिया के उपचार, टी0बी0 मुक्त उत्तराखण्ड की दिशा में अब तक किये गये प्रयासों एवं उपलब्धियों की जानकारी ली गई। उनके द्वारा जिला चिकित्सालय में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं एवं रिक्त पदों के संबंध में पूछे जाने पर प्रमुख अधीक्षक डाॅ बी0एस0 रावत एवं डाॅ0 पी0एस0 पोखरियाल द्वारा चिकित्सकीय आवास के कमी होने की जानकारी देते हुए कहा गया कि चिकित्सालय के समीप चिकित्सा अधिकारियों हेतु आवासीय भवन न होने के फलस्वरूप ऑन काॅल ड्यूटी में अत्याधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही उनके द्वारा अपर सचिव से सुरक्षा कर्मियों की संख्या में बढोत्तरी हेतु अनुरोध किया गया। डाॅ0 बी0एस0 रावत द्वारा बताया गया कि चिकित्सालय में त्वचा रोग विशेषज्ञ एवं माइक्रो बायोलाॅजिस्ट के पद रिक्त होने के साथ आई0सी0यू0 एवं अन्य वार्डों में मानव संसाधन की काफी कमी है जिस पर अपर सचिव द्वारा कहा गया कि शीघ्र ही रिक्त पदों के सापेक्ष चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाॅफ की तैनाती हेतु प्रयास किये जाएंगे। चिकित्सकों हेतु आवासीय भवन का प्रस्ताव तत्काल प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये गये।
जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था के ढांचे को और सुदृढ़ व प्रभावी बनाये जाने के लिए अपर सचिव, राजस्व, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, डाॅ0 आनन्द श्रीवास्तव द्वारा अपने दो दिवसीय भ्रमण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चिन्यालीसौड़, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र डुण्डा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़कोट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नौगांव एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला का स्थलीय निरीक्षण कर, स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया गया। सी0एच0सी0 बड़कोट के चिकित्सा प्रबंधन को चिकित्सालय में साफ-सफाई हेतु निर्देश दिये गये एवं आयुष्मान कार्ड एवं आभा आई0डी0 बनाने में और गति लाने हेतु निर्देश दिये गये। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला को निर्देश दिये गये कि गांव-गांव जाकर आयुष्मान योजना से वंचित लोगों के आयुष्मान कार्ड एवं आभा आई0डी0 बनाये जाएं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 आर0सी0एस0 पंवार, प्रमुख अधीक्षक डाॅ0 बी0एस0 रावत, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 बी0एस0 पांगती, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डाॅ0 आर0सी0 आर्य (यमुना वैली), डाॅ0 रफीक, डाॅ0 अंगद राणा एवं डाॅ0 कपिल तोमर आदि उपस्थित रहे।
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