*छात्र छात्रों द्वारा मॉक अभ्यास एवं प्रशिक्षण क्या हुआ आयोजन*
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वधान में दिनांक 13 अक्टूबर 2023 को अंतरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर जनपद के खंडशिक्षा अधिकारी भटवाडी, डुण्डा, चिन्यालीसौड, बडकोट, पुरोला, मोरी के विभिन्न विद्यालयों तथा जनपद मुख्यालय के राजकीय कीर्ति इंटर कॉलेज उत्तरकाशी में आपदा प्रबंधन सम्बंधित प्रशिक्षण,मॉक अभ्यास एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जनपद मुख्यालय के विभिन्न विद्यालयों से 100 छात्र छात्राओं द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता,आपदा संबंधी जानकारी,मॉक अभ्यास मे प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम मे आपदा प्रबंधन प्राधिकरण उत्तरकाशी के मास्टर ट्रेनर, त्वरित कार्यवाही दल, आपदा मित्र, एसडीआरएफ , एनडीआरएफ, अग्निशमन उत्तरकाशी द्वारा संपन्न कराया गया। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं चित्रकला प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में प्रधानाचार्य राजकीय कीर्ति इंटर कॉलेज उत्तरकाशी, विद्यालय के शिक्षक एवं कार्मिकों उपस्थिति रहे।
जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने जिला सहकारी विकास समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बहुद््देश्यीय प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (एमपैक्स) को केन्द्र तथा राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के साथ ही किसान कल्याण से संबंधित कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में एमपैक्स को प्रभावी तरीके से काम करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अच्छा प्रदर्शन न करने वाली समितियों के सचिवों को आगाह किया कि अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर संबंधित सचिवों का वेतन रोक दिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने एमपैक्स के कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि समितियों के स्तर से ऋण की वसूली सुनिश्चित करने तथा समितियों को घाटे से उबारने के लिए प्रभावी प्रयास किए जांय। इस संबंध में नियमित समीक्षा की जाएगी जिसके लिए सचिवों को हर माह अपने कामकाज की रिपोर्ट सौंपनी होगी। वसूली में नवंबर माह तक सुधार न करने और मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत न करने वाले सचिवों का वेतन रोकने की चेतावनी देते हुए जिलाधिकारी ने सहकारिता विभाग के सहायक निबंधक को हिदायत दी कि समितियों के कामकाज पर बराबर निगरानी रखें और उनके प्रदर्शन की रैंकिग तैयार करें। जिलाधिकारी ने समितियों को कॉमन सर्विस सेंटर, किसान सेवा केन्द्र सहित अन्य सेवाओं से संबंधित कार्यों का संचालन करने तथा जनौषधि केन्द्र खोलने की संभावनाओं पर विचार करने के निर्देश देते हुए कहा कि समितियों को अब पेशेवर रवैया अपनाकर नए दौर के अनुरूप खुद को ढालना होगा। समितियों को सशक्त बनाने के लिए प्रशासन पूरा सहयोग करेगा। ताकि वह बेहतर ढंग से दूर-दराज के गांवों तक आम लोगों को बेहतर सेवा देने के साथ ही स्वयं भी मजबूत हो सकें।
बैठक में बताया गया कि जिले की पैंतीस एमपैक्स में से भटवाड़ी ब्लॉक की सौरा, नेताला व मुस्टिकसौड समिति, डुण्डा ब्लॉक की पुजारगांव, बरसाली व बड़ेथ समिति, चिन्यालीसासौड़ ब्लॉक की श्रीकोट व जिव्या समिति, नौगांव की कुपड़ा, बड़कोट, गडोली व गढ समिति और पुरोला ब्लॉक की चंदेली व रामा सिंराई समिति घाटे में चल रही हैं। इनमें से अधिकांश समितियां का घाटा पूर्व के सालों के घाटै की भरपाई की वजह से हैं और अब वह घाटे से उबरने की तरफ बढ रही हैं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बीडी ढौडियाल, मुख्य उद्यान अधिकारी डीके तिवारी, सहायक निबंध सहकारिता यागेश्वर जोशी, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक रविन्द्र सिंह आहूजा, सहायक निदेशक मत्स्य यूपी सिंह, सहायक निदेशक डेयरी पीयूष आर्या सहित सहायक विकास अधिकारी (सहकारिता), सहाकारिता र्प्यवेक्षक एवं एमपैक्स के सचिव उपस्थित रहे।
**हर्षिल में 20 अक्टूबर से सेब महोत्सव का होगा शुभारंभ*
हर्षिल में आगामी 20 अक्टूबर से सेब महोत्सव (एपल फेस्टीवल) का आयोजन होगा। दो दिन के सेब महोत्सव के आयोजन को लेकर प्रशासन के द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने हर्षिल एप्पल फेस्टीवल की व्यवस्थाओं को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौपते हुए कहा है कि बागवानी विशेषज्ञों, स्थानीय जन-प्रतिनिधियों तथा सेब उत्पादकों के सहयोग से इस महत्वपूर्ण आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी जरूरी इंतजाम समय से पूरे कर लिए जांय।
सीमांत हर्षिल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सेब की बागवानी की जाती है। जिसे देखते हुए वर्ष 2018 एवं 2019 में हर्षिल में दो बार सेब महोत्सव आयोजित हुए थे। लेकिन कोरोना काल से यह महत्वपूर्ण आयोजन बंद हो गया था।
इस क्षेत्र के सेब को नई पहचान दिलाने के लिए उसकी बेहतर ब्रांडिंग करने और सेब उत्पादन को प्रोत्साहित कर बागवानों की आय बढाने के उपाय करने के साथ ही बागवानी को पर्यटन विकास से जोड़ने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने पुनः पहल करते हुए हर्षिल में आगामी 20 अक्टूबर से दो दिवसीय एप्पल फेस्टीवल-2023 आयोजित कराने का निश्चय किया है।
जिलाधिकारी ने इस आयोजन को लेकर विभिन्न समितियों को गठन करने के आदेश जारी करते हुए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार की अगुवाई में गठित कोर कमेटी को समन्वय व तैयारियों की जिम्मेदारी दी गई है। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को हिदायत दी है कि इस महत्वपूर्ण आयोजन को सफल बनाने के लिए स्थानीय जन-प्रतिनिधियों, बागवानों एवं ग्रामीणों के सहयोग से सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जांय।
मुख्य उद्यान अधिकारी डा. डीके तिवारी ने बताया कि इस एक दिवसीय फेस्टीवल के दौरान सेब की विभिन्न प्रजातियों की प्रदर्शनी महत्वपूर्ण आकर्षण होगी तथा विशेषज्ञों द्वारा बागवानों को सेब उत्पादन से संबंधित तकनीकी जानकारी एवं बागवानी के नए तौर-तरीकों से भी अवगत कराया जाएगा। फेस्टीवल में हिमांचल प्रदेश के उद्यान विशेषज्ञ भी किसानों के साथ सेब उत्पादन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा करेंगे और बागवानी में आने वाली कठिनाईयों का समाधान सुझाएंगे। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में जिले से बाहर के किसानों को भी आमंत्रित किया गया है।
*नगर निकायों में स्वच्छता कूड़ा प्रबंधन की कार्रवाई अब उपजिलाधिकारी की निगरानी में होगा*
जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने कहा है कि नगर निकायों के द्वारा स्वच्छता एवं कूड़ा प्रबंधन हेतु की जाने वाली कार्रवाईयों पर अब उपजिलाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित समिति भी नजर रखेगी। पहले चरण में जिला मुख्यालय पर इस व्यवस्था को लागू कर दस ऐसे संवेदनशील जगहों पर निगरानी रखी जाएगी जहां पर बड़ी मात्रा में कूड़ा फेंका जा रहा है। हर सप्ताह इन जगहों की सफाई से पहले व बाद की जिओ टैग की गई तस्वीरें लेकर सफाई व्यवस्था व कूड़ा फेंकने की प्रवृत्ति पर रोकथाम के लिए की पालिका द्वारा की गई कार्रवाईयों का अनुश्रवण किया जाएगा।
जिला गंगा समिति की बैठक के मौके पर जिलाधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि नगर निकायों को डोर टू डोर कूड़ा संग्रह एवं स्रोत पर ही कूड़े की छंटाई पर विशेष ध्यान देना होगा। इसके लिए निकायों को कूड़ा संग्रह वाहनों का रूट चार्ट व टाईम टेबल पस्तुत करने की हिदायत देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि कूड़ा फैलाने वाले लोगों के विरूद्ध सख्ती से कार्रवाई कर अधिकाधिक चालान वसूलने की कार्रवाई की जाय। जिलाधिकारी ने नगर पालिका चिन्यालीसौड़ तथा नगर पंचायत गंगोत्री को छोड़कर अन्य निकायों द्वारा चालान की कार्रवाई का ब्यौरा प्रस्तुत न किए जाने पर संबंधित ईओ को चेतावनी निर्गत किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में गंगा नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में खेती में रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों के प्रयोग को रोकने के लिए किए गए उपायों के साथ ही सीवेज प्रबंधन और गंगा नदी में प्रदूषण की रोकथाम का लेकर की गई कार्रवाईयों की भी समीक्षा कर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किए।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में खाली प्लास्टिक बोतलो व पैकेजिंग को एकत्र करने के लिए शुरू किए गए डिपोजिटरी रिफंड सिस्टम (डीआरएस) की समीक्षा भी की। जिलाधिकारी ने इस परियोजना को संचालित करने वाले संगठन रिसाईकल के प्रतिनिधियों को हिदायत दी कि धामों व इससे लगे मार्गों पर पैकेजिंग बोतलों आदि पर क्यूआर कोड लगाकर बिक्री करने और वापसी पर निर्धारित धनराशि की वापसी की इस व्यवस्था को प्रभावी तरीके से कार्यान्वित किया जाय। स्थानीय विक्रेताओं को खाली बोतलों के कलेक्शन प्वाइंट का काम देने का प्रयास भी किया जाय।
बैठक में बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बीडी ढौडियाल, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, महाप्रबंधक उद्योग शैली डबराल, एसीएफ मयंक गर्ग अधिशासी अभियंता सिंचाई के.एस.चौहान, जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. रतनमणि भट्ट, ईओ बाड़ाहाट शिवकुमार सिंह चौहान, ईओ गंगोत्री कुसुम राणा, स्वजल के पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूड़ा, गंगा विचार मंत्र के प्रदेश संयोजक लोकेन्द्र बिष्ट, एलपीएस परमार, अतोल सिंह बिष्ट, सहित विभिन्न विभागों व संगठनों के पदाधिकारियों के भाग लिया।
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