*सिलक्यारा सुरंग में फसे 41 लोगों को निकालने 8 दिन रेस्क्यू ऑपरेशन पर ग्राउंड जीरो की रिपोर्ट GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा के साथ 8126216516* - Ganga 24 Express

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Sunday, November 19, 2023

*सिलक्यारा सुरंग में फसे 41 लोगों को निकालने 8 दिन रेस्क्यू ऑपरेशन पर ग्राउंड जीरो की रिपोर्ट GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा के साथ 8126216516*

सिलक्यारा सुरंग में फसे 41 लोगों को निकालने 8 दिन रेस्क्यू ऑपरेशन पर ग्राउंड जीरो की रिपोर्ट GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा के साथ 8126216516


 *केंद्रीय मंत्री नितिन जयराम गडकरी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा पहुंचेें, टनल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का किया निरीक्षण*

*स्लग* - *केंद्रीय मंत्री नितिन जयराम गडकरी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा पहुंचेें, टनल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का किया निरीक्षण*
 *स्थान* - उत्तरकाशी
 *रिर्पोटर* - महेश बहुगुणा





 *एंकर* - केंद्रीय मंत्री नितिन जयराम गडकरी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा पहुंचेें, टनल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का  स्थलीय निरीक्षण कर  सभी पहलुओं की समीक्षा की गई।


पेस वार्ता में यही बात दोहराते हुए की सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता 41 फसे मजदूरों को सकुशल बाहर निकालने की है ।
सुरंग में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू में अभी कुछ और दिन लग सकते हैं।

टनल के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए हुए वैज्ञानिक सर्वे के आधार पर करीब 103 मीटर, 88 मीटर, चौड़ाई वाले क्षेत्र में ड्रिलिंग की जा रहीं है। एक ड्रिलिंग साइड से भी की जाएगी। ऊपर की ड्रिल से मजदूरों तक खाना व पानी पहुंचाया जाएगा। जबकि साइड से उन्हें बाहर निकाल लिया जायेगा।



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सिलक्यारा/उत्तरकाशी, 19 नवंबर
    सिलक्यारा में संचालित रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है। सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए पॉंच मोर्चों पर संचालित इस अभियान को पूरी क्षमता और तत्परता से अमलीजामा पहनाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों ने मौके पर डेरा डाला हुआ है।
    गत 12 नवंबर को सिलक्यारा सुरंग में हुए भूस्खलन के मलवे से सुरंग अवरूद्ध होने के कारण 41 मजदूर अंदर फंसे हैं। केन्द्र सरकार के उपक्रम एनएचआईडीसीएल के द्वारा बनाई जा रही इस सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार के अनेक विभाग और एजेन्सियां दिन-रात जुटी हैं। रेसक्यू के इस महा अभियान को लेकर मौके के हालात और वक्त की जरूरत को देखते हुए तेजी से फैसले लेकर उसे अमली जामा पहनाने, रेसक्यू में जुटी एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर उन्हें निरंतर अभियान में जुटाए रखने के साथ ही आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था कर उनके त्वरित मोबिलाईजेशन व अभियान में उचित समय पर उपयोग जैसे जटिल व चुनौतीपूर्ण कामों को अंजाम देने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार के उच्चाधिकारी मौके पर ही जुटे हुए हैं। नतीजा यह है कि बचाव सुरंगों को बनाने व ड्रिलिंग के लिए घने जंगल और खड़ी पहाड़ी के इर्द-गिर्द से लेकर शीर्ष तक भारी मशीनें पहुंचाने के लिए रातों-रात लगभग आधी सड़क बनाकर तैयार कर दी गई। बीआरओ व लोक निमाग्ण विभाग की मशीनें सुबह सुरंग के शीर्ष पर काम करती नजर आई तो हर कोई हैरत में नजर आया। सुरंग में फंसी जिंदगियों को बचाने की जद्दोजहद के लिए युद्धस्तर पर चल रहे इन प्रयासों के प्रतिफल से उम्मीदें बलवती हुई हैं। बताया गया है कि बचाव अभियान के विभिन्न विकल्पों पर काम कर रही एजेंसियों के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से खास मशीनों व उपकरणों की खेप सिलक्यारा के रवाना कर दी गई हैं।
    इस अभियान को लेकर उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डा. रंजीत सिन्हा, पीएमओ उप सचिव मंगेश घिल्डियाल, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे, उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला सिलक्यारा में डेरा डाले हुए हैं। इन तमाम उच्चाधिकारियों ने विशेषज्ञों के साथ सुरंग के भीतर से लेकर इसके ऊपर की पहाड़ी तक दिनभर अनेक बार निरीक्षण कर अभियान के नये मोर्चों तक पहॅुच के लिए बनाई जा रही सड़क और ड्रिलिंग मशीनों के लिए प्लेटफार्म तैयार की जा रही जमीन का जायजा लिया व अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। यह अधिकारी रेसक्यू एंजेसिंयों के बीच समन्वय और सहयोग को लेकर भी विभिन्न मोर्चों पर काम में जुटे हैं। देशभर से सिलक्यारा पहुंचने वाले संसाधनों व मशीनों के तेजी से परिवहन पर नजर रखने के साथ ही अभियान में पेश आ रही समस्याओं के त्वरित समाधान का जिम्मा भी इन अधिकारियों पर है। इस अभूतपूर्व आपदा से जूझने के इस तरह के जुनून से अभियान में जुटे संगठनों के प्रदर्शन के साथ ही सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों के मनोबल पर सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। 




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सिलक्यारा/उत्तरकाशी, 19 नवंबर

        मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि सिलक्यारा सुरंग हादसे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए केन्द्र सरकार के प्रयासों के साथ राज्य सरकार पूरी तत्परता और प्रतिबद्धता के साथ जुटी हुई है। श्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार इस रेस्क्यू अभियान में हर संभव सहयोग करने के साथ ही सुरंग में फंसे श्रमिकों व उनके परिजनों के मनोबल को बनाए रखने पर भी विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे राज्यों के श्रमिको के परिजनों व इन राज्यों के अधिकारियों से संपर्क व समन्वय बनाए रखने के लिए शासन स्तर पर भी एक अधिकारी की तैनाती की जा रही है। उत्तराखंड सरकार ने श्रमिकों के परिजनों को आवागमन व प्रवास तथा अन्य जरूरी देखभाल का भी इंतजाम किया है, ताकि श्रमिकों की कुशलक्षेम जानने के लिए यहां आने वाले परिजनों को कोई कठिनाई न हो।
    आज सिलक्यारा पहुंचने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण व समीक्षा करने के बाद सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों से भेंट कर उन्हें आश्वस्त किया कि उत्तराखंड सरकार उरनकी हर संभव मदद करेगी।
    मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता टनल में फंसे मजदूरों को सकुशल बाहर निकालना है। जिसकी समीक्षा की पीएमओ कार्यालय से  की जा रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में हम सभी को मजदूर एवं उनके परिजनों का हौसला बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि सिलक्यारा सुरंग हादसे से सबक लेकर सुरक्षा के दृष्टिगत उत्तराखंड में राज्य सरकार की टनल परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी।
    इस मौके पर श्री धामी ने राज्य सरकार के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह केन्द्रीय एजेसियों द्वारा संचालित रेस्क्यू अभियान में निरंतर इसी भांति सहयोग करें। रेस्क्यू अभियान में राज्य सरकार के संसाधनों और संगठनों की जो भी आवश्यकता हो उसे तत्काल उपलब्ध कराया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में फंसे श्रमिकों व उनके परिजनों का मनोबल बनाए रखने के लिए मनोचिकित्सक के माध्यम से काउंसिलिंग की व्यवस्था करने के साथ ही अधिकारी भी उनसे निरंतर संवाद कर उनकी जरूरतों को जानकर पूरा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के जो परिजन यहां आना चाह रहे हैं उनके आवागमन का व्यय उत्तराखंड सरकार वहन करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यहां आने वाले जरूरतमंद परिजनों के मोबाईल रिचार्ज से लेकर भोजन, आवास व आवागमन का व्यवस्था की जाय। इस व्यवस्था के समन्वय के लिए शासन स्तर पर एक अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस काम को पूरी संवेनदशीलता व तत्परता के साथ किया जाय।
इस दौरान उत्तराखंड के मुख्य सचिव डा. एस.एस. संधू, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डा. रंजीत सिन्हा, विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान, विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र राणा, अनु.जाति मोर्चा का राष्ट्रीय मंत्री डा. स्वराज विद्वान मौजूद रहे।


 

 


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