*चारधाम यात्रा पर खास बुलेटिन "मां गंगा यमुना की पुकार बद्री केदार का श्रृंगार" देखिए GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा एंड टीम के साथ= 8126216516* - Ganga 24 Express

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Saturday, June 8, 2024

*चारधाम यात्रा पर खास बुलेटिन "मां गंगा यमुना की पुकार बद्री केदार का श्रृंगार" देखिए GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा एंड टीम के साथ= 8126216516*

चारधाम यात्रा पर खास बुलेटिन "मां गंगा  यमुना की पुकार बद्री केदार का श्रृंगार" देखिए GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा एंड टीम के साथ= 8126216516*

*चारधाम यात्रा में उत्तरकाशी पुलिस प्रशासन की गंगोत्री यमुनोत्री धाम कार्यव्यवस्था पर खास कवरेज देखिए GANGA 24 EXPRESS पर=8126216516*








*मुस्कान बिखेरता ऑपरेशन स्माइल*

*उत्तरकाशी पुलिस की ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा 7
गुमशुदाओं को किया गया बरामद।*
 
उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा गत 1 मई 2024 गुमशुदा बच्चों, महिलाओं, पुरूषों की तलाश एवं पुनर्वास हेतु "ऑपरेशन स्माइल" अभियान चलाया जा रहा है। जनपद उत्तरकाशी में ऑपरेशन स्माईल अभियान को को सफल बनाने के लिये *श्रीमान पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी महोदय* के निर्देशन एवं *पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी /नोडल अधिकारी ऑपरेशन स्माइल, श्री प्रशान्त कुमार* के पर्यवेक्षण में उत्तरकाशी पुलिस की "ऑपरेशन स्माइल" टीम लगातार सक्रिय है। *टीम द्वारा अभी तक 7 गुमशुदा लोगों(2 पुरुष, 3 महिला व 2 बालिका) को सफलतापूर्वक बरामद कर लिया गया है। जिनमें 1 ऐसी महिला भी बरामद हुयी है, जोकि वर्ष 2005 से गुमशुदा चल रही थी।* ऑपरेशन स्माइल की टीम (सर्चिंग टीम एवं टेक्निकल टीम) द्वारा गुमशुदाओं के उपलब्ध डाटा के आधार पर कडी मेहनत करते हुये ऐसे स्थान जहॉ गुमशुदा व्यक्तियों के मिलने की प्रबल सम्भावना है जैसे शैल्टर होम्स, आश्रय गृह, धार्मिक स्थलों, बस अड्डे, पर्यटन स्थल, होटलों/ढाबों आदि पर लगातार तलाशी अभियान चलाये जा रहे हैं।  गुमशुदाओं की तलाशी हेतु टीम लगातार सक्रिय है।
*सहस्त्रता-कुशकल्याण ट्रेक हादसे मे एडवेन्चर कम्पनी के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज।*

गत कुछ दिन पूर्व सिल्ला-कुश कल्याण-सहस्त्रताल ट्रेक पर हुये हादसे के मामले में हिमालयन कम्पनी ब्यू एडवेन्चर, उत्तरकाशी ट्रेकिंग कम्पनी के स्वामी के खिलाफ एफआईआर पंजीकृत की गयी है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक मनेरी द्वारा अवगत कराया गया कि कुश-कल्याण ट्रेक मे हुयी दुर्घटना/आपदा के सम्बन्ध मे प्रथम दृष्टया हिमालयन कम्पनी ब्यू एडवेन्चर उत्तरकाशी ट्रेकिंग कम्पनी द्वारा ट्रेकिंग सम्बन्धी शर्तो को पूर्ण किये बिना ट्रेकिंग हेतु अनुमति दी गयी तथा ट्रेकिंग यूनिट एवं रुट/ट्रेक के सम्बन्ध में पुलिस-प्रशासन को सूचना उपलब्ध नहीं करायी गयी थी। ट्रेकिंग दल में 70 वर्ष से अधिक उम्र के ट्रेकर्स भी थे, जिनके मेडिकल की कार्यवाही नही की गयी थी। बुजुर्ग व्यक्तियों से कुशकल्याण जैसे ऊंचाई वाले स्थान पर आवागमन कराया जाना उचित नहीं था, न ही कम्पनी द्वारा ट्रेकर्स के साथ भेजे गये गाईड्स के पास ट्रेकिंग सम्बन्धी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये गये थे, जिस कारण 4 जून 2024 की सांय को कुशकल्याण ट्रेक पर मौसम खराब होने कारण आये आंधी-तुफान व ओलावृष्टि से हुयी आपदा में 22 ट्रेकर्स में से 9 की मृत्यु हो गयी। उक्त दुर्घटना/आपदा मे *ट्रेकिंग कम्पनी द्वारा किये गये उपेक्षापूर्ण कार्य से 9 लोगों की मृत्यु होने पर पुलिस द्वारा आज 07.06.2024 को कोतवाली मनेरी पर समबन्धित ट्रेकिंग कम्पनी हिमालयन कम्पनी ब्यू एडवेन्चर उत्तरकाशी के मालिक के विरुद्ध 304(A)/336 भादवि के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।* मामले में अग्रिम विवेचनात्मक/जांच की  कार्यवाही जारी है।
धातव्य है कि गत 29 मई 2024 को सहस्त्रताल की ट्रैकिंग पर  एक 22 सदस्यों  का दल गया था जिन्होने 7 जून 2024 को वापस लौटना था, किन्तु 4 जून 2024 की सांय को कुशकल्याण ट्रेक पर मौसम खराब होने कारण आये आंधी-तुफान व ओलावृष्टि से हुयी आपदा में ट्रेकर्स उच्च हिमालयी ट्रैक रुट में फंस गये थे, जिस समबन्ध में  4 जून  की सांय को सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वायु सेना, आईटीबीपी व अन्य आपदा दल द्वारा फंसे ट्रैकर्स को निकालने के लिए जमीनी तथा हवाई रेस्क्यू अभियान चलाते हुये सिल्ला-कुश कल्याण-सहस्त्रताल ट्रैक से कुल 13 ट्रैकर्स को सुरक्षित रेस्क्यु किया गया जबकि 9 ट्रैकर्स के शवों को एयरलिफ्ट किया गया। 22 सदस्यीय दल में 18 ट्रेकर्स कर्नाटक, 1 महाराष्ट्र जबकि 3 स्थानीय पोर्टर थे।

*पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, श्री अर्पण यदुवंशी* द्वारा सभी ट्रेकिंग एंजेन्सियों से अपील की गयी कि उक्त घटना से सबक लेते हुये सभी एजेन्सियां निकट भविष्य में इस ओर गम्भीरता बरतें, ट्रेकिंग सम्बन्धी मानकों के अनुरुप ही ट्रेकर्स की अनुमति प्रदान की जाये, जो लोग ट्रेकिंग की शर्तों को पूरा न कर रहे हो ऐसे लोगों को बिल्कुल भी अनुमति न दी जाये, लापरवाही बरतने वाली ऐजेन्सियों के विरुद्ध कडी कार्रवाई की जायेगी।
श्री यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम पर यात्रा सुचारू रूप से चल रही है, यात्रा मार्ग खुले हैं। दोनो धाम पर अब तक 6.7 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालु बरसाती, छाता, गर्म कपडे, जरुरी दवाइयां व सामान साथ रखें।

#surkshitchardham #chardhamyatra2024  @uttarakhandpolice
https://www.instagram.com/reel/C78RCUPymIH/?igsh=YzJmMG5lYXM1bzNr

*चारधाम यात्रा में जिला प्रशासन की कार्य व्यवस्था प्रणाली पर विशेष कवरेज देखिए GANGA 24 EXPRESS पर =8126216516*

सहस्त्रताल ट्रेक पर हुई दुर्घटना के दृष्टिगत जिलाधिकारी उत्तरकाशी समीक्षा करते एसओपी तैयार करने हेतु

उत्तरकाशी 7 जून 2024

 सहस्त्रताल ट्रेक पर हुई दुर्घटना के दृष्टिगत जनपद में ट्रेक पर ले जाने वाले एजेन्सियों के लिए एसओपी तैयार करने हेतु
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है।
समिति में  प्रभागीय वनाधिकारी उत्तरकाशी वन प्रभाग,  उप निदेशक गोविन्द वन्य जीव विहार, प्रभागीय वनाधिकारी  अपर यमुना वन प्रभाग, उप निदेशक  गंगोत्री नेशनल पार्क, अपर जिलाधिकारी, प्रधानाचार्य नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, पुलिस अधीक्षक द्वारा नामित अधिकारी, जिला साहसिक खेल अधिकारी, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी,  अध्यक्ष ट्रेकिंग एसोसिएशन उत्तरकाशी को सदस्य बनाया गया है।  जिला पर्यटन विकास अधिकारी इस समिति के  सदस्य सचिव नामित किये गए हैं।
जिलाधिकारी ने समिति को सात दिनों के अन्दर एसओपी तैयार कर कर प्रस्तुत करने की अपेक्षा की है।



उत्तरकाशी, 07 जून 2024

जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल ट्रैक पर हुई घटना के मामले में संबंधित ट्रैकिंग
एजेंसी के वाणिज्यिक ट्रैकिंग कार्य  पर पाबंदी लगा दी है। पुलिस के द्वारा भी इस मामले में ट्रैकिंग एजेंसी के संचालक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है।
    सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल की ट्रैकिंग पर गए 22 सदस्यीय दल के नौ सदस्यों की मृत्यू होने की घटना का शासन एवं प्रशासन के स्तर से अत्यधिक गंभीरता से लेते हुए इस मामले में प्रथम दृष्टया ट्रैकिंग एजेंसी के संचालक द्वारा लारवाही बरते जाने के साथ ही हाई अल्टीट्यूड ट्रैकिंग के नियमों तथा सुरक्षा संबंधी एहतियातों की अनदेखी किए जाने की बात सामने आई है।  जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने इस मामले में  हिमालयन व्यू ट्रैकिंग एजेंसी को व्यावसायिक ट्रैकिंग कार्य पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है।

इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि इस मामले में हिमालयन कम्पनी व्यू एडवेन्चर कम्पनी के स्वामी के खिलाफ एफआईआर पंजीकृत कर दी गयी है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक मनेरी द्वारा अवगत कराया गया कि कुश-कल्याण ट्रेक मे हुयी दुर्घटना के सम्बन्ध मे प्रथम दृष्टया हिमालयन कम्पनी ब्यू एडवेन्चर उत्तरकाशी ट्रेकिंग कम्पनी द्वारा ट्रेकिंग सम्बन्धी शर्तो को पूर्ण किये बिना ट्रेकिंग हेतु अनुमति दी गयी तथा ट्रेकिंग यूनिट एवं ट्रेक के सम्बन्ध में पुलिस-प्रशासन को सूचना उपलब्ध नहीं करायी गयी थी। ट्रेकिंग दल में 70 वर्ष से अधिक उम्र के ट्रेकर्स भी थे, जिनके मेडिकल की कार्यवाही नही की गयी थी। बुजुर्ग व्यक्तियों से कुशकल्याण जैसे ऊंचाई वाले स्थान पर आवागमन कराया जाना उचित नहीं था, न ही कम्पनी द्वारा ट्रेकर्स के साथ भेजे गये गाईड्स के पास ट्रेकिंग सम्बन्धी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये गये थे, जिस कारण 4 जून 2024 की सांय को कुशकल्याण ट्रेक पर मौसम खराब होने कारण आये आंधी-तुफान व ओलावृष्टि से हुयी आपदा में 22 ट्रेकर्स में से 9 की मृत्यु हो गयी। उक्त दुर्घटना मे ट्रेकिंग कम्पनी द्वारा किये गये उपेक्षापूर्ण कार्य से 9 लोगों की मृत्यु होने पर पुलिस द्वारा आज 07.06.2024 को कोतवाली मनेरी पर समबन्धित ट्रेकिंग कम्पनी हिमालयन कम्पनी ब्यू एडवेन्चर उत्तरकाशी के मालिक के विरुद्ध 304(।), 336 भादवि के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। मामले में अग्रिम विवेचनात्मक/जांच की  कार्यवाही जारी है।
पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, श्री अर्पण यदुवंशी द्वारा सभी ट्रेकिंग एंजेन्सियों से अपील की गयी कि उक्त घटना से सबक लेते हुये सभी एजेन्सियां निकट भविष्य में इस ओर गम्भीरता बरतें, ट्रेकिंग सम्बन्धी मानकों के अनुरुप ही ट्रेकर्स की अनुमति प्रदान की जाये, जो लोग ट्रेकिंग की शर्तों को पूरा न कर रहे हो ऐसे लोगों को बिल्कुल भी अनुमति न दी जाये, लापरवाही बरतने वाली ऐजेन्सियों के विरुद्ध कडी कार्रवाई की जायेगी।
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उत्तरकाशी, 07 जून 2024
    
सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल ट्रैक पर हुई घटना को देखते हुए जिले के अधिक ऊंचाई वाले ट्रैक रूट्स पर ट्रैकिंग के
मानकों के सख्ती से अनुपालन एवं सुरक्षा प्रबंधों को लेकर जिला स्तर पर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाए जाने का निर्णय लिया है। संबंधित विभागों, विशेषज्ञ संगठनों व अन्य हितधारकों से विचार-विमर्श कर इस एसओपी को जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा। जिलाधिकारी द्वारा इस संबंध में शासन एवं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के स्तर पर हुई बैठकों में भी अपने विचार रखे गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सहस्त्रताल रेस्क्यू ऑपरेशन संचालित करने हेतु दिखाई गई तत्परता एवं बेहतर समन्वय के लिए जिला प्रशासन की सराहना करते हुए हुए हाई अल्टीट्यूड ट्रैकिंग के लिए सख्त नियामक प्राविधान किए जाने पर जोर दिया है।
सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल की ट्रैकिंग पर गए 22 सदस्यीय दल के नौ सदस्यों की मृत्यू होने की घटना का शासन एवं प्रशासन के स्तर से अत्यधिक गंभीरता से लेते हुए ऐसी घटनाओं दोबारा न हो, इसके लिए हाई अल्टीट्यूड ट्रैकिंग हेतु सख्त नियामक उपाय और कड़े सुरक्षा मानकों का निर्धारण किए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गत सायं मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिले के अधिकारियों की बैठक में इस मामले में गहन विचार-विमर्श किया गया।  
इसी सिलसिले आज राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य संगठनों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित बैठक में गहन विचार-विमर्श किया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य ले. जनरल (अ.प्रा.) सैयद हसनैन की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट एवं पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने सहस्त्रताल ट्रैक की घटना, रेस्क्यू ऑपरेशन एवं इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के संबंध में सुझावों से अवगत कराते हुए बताया कि जिले में हाई अल्टीट्यूड ट्रैकिंग को लेकर विशेषज्ञ संगठनों व संबंधित हितधारकों की राय लेकर जिला स्तर पर एसओपी बनाए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बैठक में सेना, आईएमएम, कर्नाटक सरकार, आपदा प्रबंधन विभाग उत्तराखंड सहित विभिन्न संगठनों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इससे पूर्व संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि हाई अल्टीट्यूड ट्रैकिंग के लिए ट्रैकिंग एजेंसियों की पात्रता, ट्रैकिंग के संचालन, संसाधन एवं सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं को लेकर कडे़ नियम व कायदे तय किए जाने जरूरी हैं। इसके लिए सभी संबंधित विभागों के मौजूदा नियमों व प्रक्रियाओं को समेकित व संशोधित कर एक सख्त नियामक व्यवस्था  बनाई जा सकती है। जिसमें ट्रैकिंग एजेंसियों की जवाबदेही, गाईड की दक्षता, बीमा सुरक्षा, ट्रैकर्स की फिटनेस के मानकों, रेस्क्यू की व्यवस्था जैसे बिन्दुओं का पहले से ही स्पष्ट निर्धारण हो।
बैठक में इसके लिए जिला स्तर पर एसओपी का प्रारूप बनाने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों की समिति बनाए जाने का निर्णय लिया गया। इसमें नेहरू पर्वतारोहण संस्थान जैसे विशेषज्ञ संगठनों को भी शामिल किया जाएगा। ट्रैकिंग एशोसियेशन के पदाधिकारियों व अन्य हितबद्ध लोगों की भी इस संबंध में राय ली जाएगी। इस प्रारूप को सम्यक परीक्षण के बाद यथाशीघ्र अंतिम रूप देकर के जिले में ट्रैकिंग की अनुमति देने के लिए निर्धारित एसओपी पर सख्ती से अमल शुरू कर दिया जाएगा। इसी एसओपी को नियामक प्राविधानों के निर्धारण हेतु शासन को भी भेजा जाएगा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, मुचस चिकित्साधिकारी डॉ. बीएस रावत, जिला पर्यटन विकास अधिकारी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल, बीआरओ के सहायक कमांडर आदित्या, ओसी मेजर सिद्धार्थ गैतम ने भी प्रतिभाग किया।
वाहन संख्या UK-07TA-7331 डबराणी पुल के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ है जिसमें सुखविंदर सिंह निवासी देहरादून पटेलनगर दिनांक 7 जून को गंगोत्री यात्री लेकर गया था आज सुबह अकेले वापस आते समय डबरानी के पास अचानक गाड़ी अनियंत्रित होकर नदी की तरफ मुड़ गई जिसमे गाड़ी का ईयर बैग खुल गया जिसमे उक्त चालक को कोई चोट नहीं आई है। सुरक्षित हैं।



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