🛑हरेला पर्व के अवसर पर बड़कोट के निकट पौल गांव के हरेला वन में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, प्रभागीय वनाधिकारी अपर यमुना वन प्रभाग रविन्द्र पुंडीर, उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों, जन प्रतिनिधियों, आम नागरिकों तथा छात्रों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया।
हरेला पर्व के अवसर पर पर्यावरण की रखवाली घर घर हरियाली लाए समृद्धि और खुशहाली थीम पर आज जनपद में मुखेम रेंज अंतर्गत जिला मुख्यालय के ग्राम पंचायत डांग गांव में हरेला पर्व वृक्षारोपण कर मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन , जिला विधिक सेवा प्राधिकरण स्वेता राणा चौहान,अपर जिलाधिकारी रज़ा अब्बास, डीएफओ डीपी बलूनी, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी, सीओ आईटीबीपी सचिन कुमार, एनडीआरएफ इंस्पेक्टर तीरेपन रावत, मुख्य कोषाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रेम पोखरियाल, मुख्य चिकित्साधिकारी बीएस रावत, परियोजना निदेशक रमेश चंद्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों, आम नागरिकों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया।
🛑
उत्तरकाशी, 16 जुलाई 2024 (सू. वि.)
जिले में हरेला पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। हरेला पर्व के साथ ही जिले में वृहद वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत हुई। जिले के हर गाँव और विद्यालय तक संचालित इस अभियान के दौरान जिले में दो लाख से अधिक पौधे रोपित किये जाएंगे। आज पहले दिन एक लाख से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं। इस अभियान की शुरुआत आज जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने अपर यमुना वन प्रभाग के पौल गांव के हरेला वन में वृक्षारोपण के साथ की गई।
'पर्यावरण की रखवाली, घर घर हरियाली, लाए समृद्धि और खुशहाली' की थीम पर आयोजित हरेला पर्व के वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत बड़कोट के निकट पौल गांव के हरेला वन में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, प्रभागीय वनाधिकारी अपर यमुना वन प्रभाग रविन्द्र पुंडीर, उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों, जन प्रतिनिधियों, आम नागरिकों तथा छात्रों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर सभी जनपदवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए अभियान के दौरान रोपित पौधों की समुचित देखभाल व सुरक्षा किये जाने के भी अपील की।
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने तुनाल्का गांव स्थित एसडीआरएफ निर्माणाधीन परिसर में भी विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपित किये और ग्रामीणों से पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों को बचाने की अपील की।
हरेला पर्व पर आज जिला मुख्यालय के नजदीक डांग गांव के हरेला वन में आयोजि वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन , डीएफओ डीपी बलूनी, आर एन पांडेय, अपर जिलाधिकारी रज़ा अब्बासजिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्वेता राणा चौहान, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी, सीओ आईटीबीपी सचिन कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी बीएस रावत, डीडीओ रमेश चंद्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों, आम नागरिकों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया।
जिले में सीमावर्ती टकनौर क्षेत्र से लेकर मोरी विकास खंड के सुदूर आराकोट बंगाण तक गांव-गांव में आज हरेला पर्व पर पौधे रोपित किये गए। ग्रामीणों और छात्रों ने इस अभियान में उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। सभी विकास खंडों मैं इस अभियान को लेकर के विशेष तैयारी की गई थी। बीते दिन तक सभी गांवों व विद्यालयों में वन विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विभाग तथा ग्राम्य विकास विभाग के स्तर से पौधों का वितरण कर अभियान के दौरान दो लाख से अधिक पौधे रोपित करने करने की तैयारी पूरी कर ली गई थी। आज अभियान शुरू हुआ तो व्यापक जन-भागीदारी के चलते पहले ही दिन एक लाख से अधिक पौधे रोपित कर दिए गए। इस अभियान के लिए तय वृक्षारोपण की संख्या का पचास प्रतिशत
शुरुआती तीन दिनों में हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। कुल वृक्षारोपण में पचास प्रतिशत फलदार और चारा प्रजाति के पौधों का रोपण करने तथा हर परिवार से दो पौधे रोपित करने का निश्चय किया गया है। जिले के प्रत्येक गाँव में औसतन तीन सौ से अधिक पेड़ अभियान में रोपित किये जा रहे है। वृक्षारोपण अभियान में छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये जिले के सभी माध्यमिक विद्यालयों को दस-दस और प्राथमिक विद्यालयों को पांच-पांच पौध उपलब्ध कराए गए हैं।
इस अभियान के तहत वन विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, शिक्षा विभाग, सिंचाई विभाग, बाल विकास विभाग, युवा कल्याण विभाग सहित विभिन्न विभागों के स्तर से आज गांव-गांव में कार्यक्रम आयोजित कर पौधे रोपित किए गए। अभियान में ग्राम पंचायत वन पंचायत युवक को महिला मंगल डालो महिला समूह आजीविका मिशन के कार्यकर्ताओं आंगनवाड़ी और अन्य ग्राम स्तरीय कार्यकर्ताओं ने अग्रणी भूमिका निभाई। साथ ही पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पीआरडी, होमगार्ड और आईटीबीपी के हिमवीरों ने भी अभियान में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।
🛑उत्तरकाशी 18 जुलाई 2024
हरेला पर्व के उपलक्ष्य में जिले में संचालित वृहद वृक्षारोपण अभियान में आम लोगों की उत्साहजनक भागीदारी के चलते अभी तक दो लाख सत्तर हजार से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं।
प्रकृति के संरक्षण के लोक पर्व हरेला के अवसर पर गत मंगलवार को जिले में वृहद वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया था। अपर यमुना वन प्रभाग के अंतर्गत पोल गांव के हरेला वन में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुद्वंशी और प्रभागीय वनाधिकारी रविन्द्र सिह पुण्डीर ने विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपित कर इस अभियान का शुभारंभ किया था। जबकि जिला मुख्यालय के नजदीक उत्तरकाशी वन प्रभाग के अंतर्गत डांग गाव के हरेला वन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन और प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी व आरएन पाण्डेय सहित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्वेता राणा चौहान के द्वारा पौध रोपण कर वृक्षारोपण अभियान की शुरूआत कराई गई थी।
इस अभियान के तहत जिले के प्रत्येक गांव व विद्यालय के स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अभियान में विभिन्न विभागों के साथ ही ग्राम पंचायतों, वन पचायतों, युवक व महिला मंगल दलो, स्वयं सहायता समूहों और विद्यालयों के छात्र- छात्राओं के द्वारा बढ़-चढ़ कर भागीदारी निभाई जा रही है। अभियान के दौरान जिले भर में दो लाख पौध रोपित करने का लक्ष्य तय कर पहले तीन दिन मे पचास प्रतिशत पौध रोपित किए जाने का निश्चय किया गया था। स्वयं सहायता समूहों और ग्राम स्तर के कार्यकर्ताओं की उत्साहजनक मागीदारी को देखते हुए ग्राम्य विकास विभाग के द्वारा विभागीय लक्ष्य से अलावा स्वयं सहायता समूहो के लिए अलग से एक लाख पौधारोपण का लक्ष्य तय किया गया । इस प्रकार जिले में अभियान के दौरान सभी विभागों के द्वारा कुल 308830 पौधे रोपित किये जाने के संशोधित लक्ष्य के सापेक्ष शुरूआती दिन में ही दो लाख से अधिक पौधे रोपित कर लिए गए। जिलेभर में वृहद वृक्षारोपण अभियान के तहत आज भी बड़े पैमाने पर पौधे रोपित किए गए । जिले के दूर-दराज के क्षेत्रों से पौधारोपण की अंतिम सूचना आनी बाकी है लेकिन प्राप्त प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार अभी तक दो लाख सत्तर हजार से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं।
प्राप्त सूचना के अनुसार अभियान के शुरुआती तीन दिनों में उद्यान विभाग के द्वारा 32000 के लक्ष्य के विपरीत अभी तक 29600 तथा कृषि विभाग द्वारा 17000 के लक्ष्य के सापेक्ष 17000 पौधों का रोपण करवाया जा चुका है। जिले के सभी विकास खंड कार्यालयों के लिए तय लक्ष्य 77100 के सापेक्ष 63537 का पौधारोपण किया जा चुका है। शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य 4500 के सापेक्ष 6683, पंचायतीरात विभाग ने 25000 के लक्ष्य के सापेक्ष 15340 पौधे रोपित कर लिए गए है। नगर निकायों के द्वारा 2409 पौधे रोपित करने के लक्ष्य के विपरीत अभी तक 2103 पौधे रोपित कर लिए गए है। स्वयं सहायता समूहों के द्वारा एक लाख के लक्ष्य के विपरीत 124644 पौधे रोपित किए गए हैं। वन विभाग के अपर यमुना वन प्रभाग के माध्यम से तीन दिनों में 10066 पौधे रोपित किए गए हैं और अन्य वन प्रभागों से अंतिम सूचना प्राप्त होना बाकी है। यह वृहद वृक्षारोपण अभियान आगामी 15 अगस्त तक संचालित होगा।
*हरेला पर्व के अवसर पर उत्तरकाशी पुलिस ने वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश।*
पर्यावरण संरक्षण को समर्पित उत्तराखण्ड़ के लोकपर्व 'हरेला' के अवसर पर आज दिनांक 16.07.2024 को उत्तरकाशी पुलिस द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित कर वृक्षारोपण किया गया। *जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ0 मेहरबान सिंह बिष्ट एवं पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, श्री अर्पण यदुवंशी* द्वारा पौलगांव व तुनाल्का बडकोट क्षेत्र में वन विभाग द्वारा आयोजित “हरेला महोत्सव” कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुये वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
इस दौरान डीएफओ श्री रविन्द्र पुण्डीर, एसडीएम बडकोट श्री मुकेश चन्द्र रमोला, पुलिस उपाधीक्षक बडकोट श्री सुरेन्द्र सिंह भण्डारी, थानाध्यक्ष बडकोट दीपक कठैत, थानाध्यक्ष पुरोला श्री मोहन कठैत सहित अन्य विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मगण, जनप्रतिनिधियों व छात्राओं के द्वारा भी वृक्षारोपण किया गया।
इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन में पुलिस लाइन ज्ञानसू उत्तरकाशी सहित जनपद के समस्त कोतवाली/थाना व फायर स्टेशन पर प्रभारियों के नेतृत्व में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित कर पुलिस जवानों द्वारा वृहत स्तर पर विभिन्न प्रजाति के पौधे लगाये गये।
*एस0पी0 उत्तरकाशी* द्वारा बताया गया कि हरेला का पर्व पर्यावरण संरक्षण को समर्पित है। पेड़-पौधे पर्यावरण को स्वच्छ एवं सन्तुलित बनाये रखनें के लिये अमूल्य धरोहर हैं। आईये, सभी लोग वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी निभायें।
*सी0ओ0 बडकोट ने सर्किल क्षेत्र के थाना प्रभारियों की मीटिंग लेकर दिये जरुरी दिशा-निर्देश*
*श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय उत्तरकाशी* के दिशा-निर्देशन में कल दिनांक 15.07.2024 को *श्री सुरेन्द्र सिंह भण्डारी, पुलिस उपाधीक्षक बडकोट* द्वारा सर्किल क्षेत्र के सभी थाना/चौकी प्रभारियों एवं उ0नि0 गणों की मीटिंग ली गयी, मीटिंग में उनके द्वारा सभी को लम्बित शिकायतों, मकदमों को गुणदोष के आधार पर शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिये गये, थाने पर आने वाले शिकायतकर्ताओं की शिकायत को विनम्रता पूर्वक सुनकर उन पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। मानसून सीजन के दृष्टिगत सभी को सतर्कता के साथ ड्यूटी करने तथा संवेदनशील स्थानों पर ड्यूटीरत जवानों को हेलमेट पहनकर ड्यूटी करने के निर्देश दिये गये। मार्ग अवरुद्ध होने अथवा किसी भी अन्य आपातकालीन स्थिति में तुरंत रिस्पॉंस देने अथवा उच्चाधिकारियों को सूचित करने के निर्देश दिये गये।
बड़कोट/ उत्तरकाशी, 16 जुलाई 2024
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बड़कोट में पेयजल योजना स्वीकृत किये जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत लोगों के प्रतिनिधियों से वार्ता कर आश्वस्त किया कि बड़कोट नगर की पेयजल समस्या के समाधान के लिए शासन-प्रशासन के स्तर से हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
उपजिलाधिकारी कार्यालय बड़कोट में आंदोलनकारियों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता करते हुए जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि बड़कोट नगर चारधाम यात्रा का प्रमुख पड़ाव होने कर कारण विशेष महत्व रखता है और यहां पर पेयजल की समस्या का समुचित समाधान करने हेतु शासन-प्रशासन प्रतिबद्ध है। जिलाधिकारी ने कहा कि नगर के लिए बड़ी पंपिंग पेयजल योजना के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। लगभग रु. 72 करोड़ की लागत की इस योजना पर शासन स्तर से गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इस योजना की लागत अधिक होने के कारण इसके लिए आवश्यक वित्तीय व्यवस्था करने और स्वीकृति मिलने में समय लगना स्वाभाविक है। जिसे देखते हुए नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए रु. 2.90 करोड़ की लागत से एक पम्पिंग योजना बनाकर शासन स्तर पर गतिमान है। जिला योजना की मद में भी नगर के लिए लगभग एक करोड़ की लागत से नलकूप स्थापित करने की योजना प्रस्तावित की जा रही है। प्रशासन इन दोनों योजनाओं को अतिशीघ्र धरातल पर उतार कर बड़कोट नगर की पेयजल समस्या का तात्कालिक समाधान करने हेतु प्रतिबद्ध है।कृष्णा खड्ड में भी एक नलकूप स्थापित किया जा रहा है।इसके साथ ही दीर्घकालीन आवश्यकता को देखते हुए प्रस्तावित बड़ी पम्पिंग योजना की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए भी शासन स्तर पर निरंतर प्रभावी ढंग से पैरवी की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार मई व जून के महीने में अत्यधिक गर्मी के फलस्वरुप जलस्रोतों पर पानी कम होने के कारण बड़कोट नगर में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई। जिसे देखते हुए जलापूर्ति से सम्बंधित कार्यों हेतु रु. 1.38 करोड़ की वित्तीय स्वीकृतियां तत्काल जारी करने के साथ-साथ नगर में निरंतर टैंकरों से पानी की आपूर्ति करने के भी प्रबंध किए गए हैं । उन्होंने कहा कि शासन- प्रशासन बड़कोट के लिए पेयजल आपूर्ति की समुचित व्यवस्था करने हेतु पूरी संवेदनशीलता के साथ प्रयास किये जा रहे हैं।
No comments:
Post a Comment