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Tuesday, July 30, 2024

*संपूर्ण उत्तराखंड की खबरों के लिए देखिए GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा & टीम के साथ= 8126216516*

संपूर्ण उत्तराखंड की खबरों के लिए देखिए GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा & टीम के साथ= 8126216516*


*उत्तरकाशी जिला प्रशासन की संपूर्ण खबरों के लिए देखिए GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा के साथ= 8126216516*

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उत्तरकाशी, 30 जुलाई 2024

जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम तथा जानकीचट्टी क्षेत्र में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों को पुननिर्माण और सुरक्षा कार्यों हेतु विभागों को एसडीआरएफ मद से बयालीस लाख पिचहत्तर हजार रूपये की धनराशि आवंटित करते हुए संबंधित अधिकारियोंं से दीर्घकालीन उपायों हेतु आगणन तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को बाढ सुरक्षा के कार्यों को तत्परता से संपादित करने के साथ ही अयांरखाल में क्षतिग्रस्त उत्तरकाशी-लंबगांव मोटर मार्ग को बड़े वाहनों के आवागमन योग्य बनाए जाने हेतु तेजी से काम करने की भी हिदायत दी है।

गत 25 व 26 जुलाई की रात्रि को हुई अतिवृष्टि के कारण यमुनोत्री धाम एवं जानकीचट्टी क्षेत्र में सिंचाई विभाग के सुरक्षा कार्य, तटबन्ध, सिंचाई योजनाएं, घाट एवं घाट क्षेत्र के मार्ग क्षतिग्रस्त हुए थे। इसके अतिरिक्त भूस्खलन व मलवा आने के कारण एवं लोक निर्माण विभाग की अस्थाई पुलिया व यमुनोत्री-जानकीचट्टी पैदल मार्ग विभिन्न स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ था। नदी के कटाव तथा मलवा आने से फूलचट्टी-जानकीचट्टी राज्य मार्ग एवं खरसाली सहित जानकीचट्टी क्षेत्र अन्तर्गत अन्य पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए थे। इस क्षेत्र में लगभग 3.50 किमी की 11 केवी एलटी लाईन, 6 ट्रांसफार्मर व लगभग 50 विद्युत पोल तथा श्री यमुनोत्री मंदिर समिति के सामुदायिक के भवन व अन्य परिसम्पत्तियांं को भी नुकसान पहॅुचा था। इसी प्रकार गत 27 जुलाई को गंगोत्री धाम में भागीरथी का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ सुरक्षा तटबन्ध क्षतिग्रस्त होने के साथ ही धाम क्षेत्र में कतिपय सामुदायिक व निजी भवनों, आश्रमों सहित घाट क्षेत्र के मार्गों को भी नुकसान पहॅूंचा था।

अतिवृष्टि से प्रभावित उक्त सार्वजनिक परिसम्पत्तियों की आवश्यक सुरक्षा कार्य एवं चारधाम यात्रा व्यवस्था के ष्टिगत तत्काल पुनर्स्थापना कार्य राम्बन्धित विभागों द्वारा युद्ध स्तर पर जारी हैं। जिलाधिकारी द्वारा उक्त परिसम्पत्तियों के अस्थाई रूप से पुनर्स्थापना के दृष्टिगत तात्कालिक रूप से एसडीआरएफ मद से लोनिवि बड़कोट को रू. 10 लाख,  सिंचाई खंड पुरोला को रू. 13.50 लाख,  विद्युत वितरणा खंड बड़कोट को रू. 10.50 लाख और  सिंचाई खंड उत्तरकाशी को रू. 8.75 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई है।  जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को परिसंपत्तियों की मरम्मत व पुनर्निर्माण के लिए दीर्घकालीन उपायों हेतु आगणन तैयार कर प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने इस सिलसिले में बुधवार 31 जुलाई को संबंधित विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों की बैठक भी बुलाई है।

इस बीच यमुनोत्री एवं जानकीचट्टी में नदी के कटाव एवं बाढ सुरक्षा हेतु वायरक्रेट स्थापित करने और जानकीचट्टी में नदी को मूल धारा की तरफ चैनलाईज करने का कार्य तेजी से जारी है। सिंचाई विभाग ने इस काम में बड़ी संख्या में श्रमिकों को जुटाने के साथ ही जानकीचट्टी में दो पोकलेन व दो जेसीबी मशीनें भी नदी में उतारी हैं। लोक निर्माण विभाग के द्वारा शुभम होटल के पास सड़क के ध्वस्त हिस्से में गैबियन वाल तैयार करने के लिए नदी तअ पर आधार बनाने हेतु एक पोकलेन व एक जेसीबी मशीन को जुटाया गया है। विभाग के द्वारा यमुनोत्री पैदल मार्ग के भूस्खलन व नदी के कटाव से प्रभावित हिस्सों के सुरक्षित बनाने के लिए भी अनेक स्थानों पर गैबियन वाल लगाए जाने का काम प्रगति पर है।
उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला ने बताया कि यमुनोत्री धाम में स्थिति सामान्य है। इस क्षेत्र में बिजली व पानी की आपूर्ति पहले की बहाल की जा चुकी है और मंदिर परिसर से मलवे की सफाई का काम भी पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से प्रभावित 40 लोगों को प्रशासन के द्वारा अहेतुक सहायता राशि का मौके पर जाकर वितरण किया गया है।

इधर उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी ने बताया कि  गंगोत्री धाम में नदी का जल स्तर कम हो गया है और स्थिति सामान्य है। उन्होंने बताया कि धाम में कांवड़ियों की अत्यधिक आवाजाही होने के कारण घाटों से मलवा हटाने के काम में कुछ समय लग रहा है, कांवड़ यात्रियों की संख्या कम होते ही घाटों पर जमा मलवे को हटाने का काम तेजी से शुरू किया जाएगा। धाम में प्रभावित 15 लोगों को प्रशासन के द्वारा अहेतुक सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है।
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता केएस चौहान ने बताया कि गंगोत्री में घाटों से मलवा हटाने के लिए एक छोटी मशीन काम पर जुटाई गई है। धाम में आरसीसी तटबंधों के कट्स बंद करने का काम प्रगति पर है और वायरक्रेट्स मौके पर पहॅुंचा दी गई है। जल स्तर कम होते ही वायरक्रेट्स लगाने और नदी तल को चैनलाईज करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।













🛑🛑उत्तरकाशी, 30 जुलाई 2024


अवैध खनन व भंडाराण के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मनेरा में अवैध रूप से एकत्र रेत-बजरी को जब्त कर मौके पर ही तीन लाख तीन हजार रूपये में नीलाम किया है।

भटवाड़ी तहसील क्षेत्रन्तर्गत भागीरथी नदी में ख़च्चरों के द्वारा अवैध किए जाने कई शिकायतें विभिन्न स्तरों पर प्राप्त हो रही थी। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने ने अधिकारियों को इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।  इसी सिलसिले में उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी ने तहसीलदार भटवाड़ी एवं नायब तहसीलदार जोशियाड़ा की अध्यक्षता में राजस्व विभाग के कार्मिकों की समितियां गठित कर अवैध खनन व भंडारण से जुड़े इलाकों में समय-समय पर दबिश देकर कार्रवाई करने को कहा था।
    अवैध खनन व भंडारण की शिकायतों पर आज प्रशासन और खनन विभाग की टीमों ने जिला मुख्यालय के निकटवर्ती मनेरा क्षेत्र में भागीरथी के तटवर्ती क्षेत्रों में जॉंच व दबिश की कार्रवाई की। इस युंक्त टीम ने मनेरा स्थित आरटीओ ऑफिस के सामने गंगा नदी के तट पर अवैध रूप से उपखनिज डंप किया हुआ पाया। पैमाइश करने पर इस जगह पर पाए गए कुल 978.50 घन मीटर अर्थात 1957 टन रेत-बजरी जिसका आधार मूल्य रू. 273980  निर्धारित करते हुए मौके पर ही मुनादी एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से नीलामी की कार्यवाही की गयी। नीलामी मेंं चार बोलीदाताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं उच्चतम बोली रू. 3,03,000 प्राप्त की गयी। प्रशासन एवं खनन विभाग की संयुक्त टीम ने उक्त उपखनिज को उच्चतम बोलीदाता की सुपुर्दगी में देते हुए उन्हें कल सांय 5 बजे तक सम्पूर्ण धनराशि  राजकोष में जमा कराने हेतु आदेशित किया है।
    इस टीम में उप निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग जीडी प्रसाद, तहसीलदार भटवाड़ी सुरेश सेमवाल, नायब तहसीलदार जोशीयाडा जगेन्द्र सिंह चौहान सहित राजस्व निरीक्षक जोशियाडा, राजस्व उपनिरीक्षक बाड़ाहाट, जोशीयाडा एवं साल्ड शामिल थे।






नाकुरीगाड क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न विभागीय परिसंपत्तियों की क्ष् ति के संबंध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में तहसीलदार डुडा, खंड विकास अधिकारी डुडा, सिंचाई विभाग तथा लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। जिसमें प्रभावित परिसंपत्तियों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। तहसीलदार डुडा द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त क्षेत्र में कल रात हुई अतिवृष्ट से कतिपय खेत तथा मुख्य रूप से सिंचाई योजनाओं के हेड क्षतिग्रस्त हुऐ हैं। इनकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। तहसीलदार डुडा ने अवगत कराया कि उक्त घटना बादल फटने की नहीं है। उक्त नुकसान क्षेत्र में हुई अतिवृष्ट के कारण हुआ है। कतिपय पोर्टल पर उक्त घटना बादल फटने की बताई जा रही है जो तथ्य हीन है।







*उत्तरकाशी जिला पुलिस प्रशासन की संपूर्ण खबरों के लिए देखिए GANGA 24 EXPRESS पर महेश बहुगुणा के साथ= 8126216516*

*जिला आपादा प्रबन्धन विभाग द्वारा फायर कर्मियों के लिये उपलब्ध करवायी गयी आपदा किट।*
 
    बरसात व आपादा सीजन को देखते हुये जिला आपादा प्रबन्धन विभाग द्वारा दमकल कर्मियों को आपदा किट उपलब्ध करवायी गयी हैं। जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र उत्तरकाशी की ओर से उपलब्ध करवायी गयी आपादा किटों को आज 30.07.2024 को *पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, श्री अर्पण यदुवंशी* द्वारा दमकल कर्मियों को वितरित किया गया। अग्निशमन विभाग के सभी कर्मियों को बरसात व आपदा सीजन के दौरान मुस्तैदी बरतते हुये प्राकृतिक/दैवीय आपदाओ के समय त्वरित रिस्पांस करने की हिदायतें दी गयी।
    उक्त अवसर पर *पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी श्री प्रशान्त कुमार, जिला आपादा प्रबन्धन अधिकारी श्री देवेन्द्र पटवाल, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी श्री देवेन्द्र सिंह नेगी सहित अन्य अधिकारी/कर्म0गण* मौजूद रहे।







उत्तरकाशी मे कोचिंग संस्थानो का सुरक्षा ऑडिट करेगी पुलिस व फायर की टीम*

*जनपद मुख्यालय में पुलिस फायर व एलआईयू की टीम द्वारा किया गया विभिन्न कोचिंग सेन्टर का सुरक्षा ऑडिट*

27 जुलाई 2024 को दिल्ली के पुराना राजेन्द्र नगर में RAU’S IAS STUDY CIRCLE हुये दुखःद हादसे से सबक लेते हुये उत्तरकाशी पुलिस-प्रशासन द्वारा उत्तरकाशी जिले के सभी कोचिंग संस्थानों का सुरक्षा के दृष्टि से ऑडिट कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित का निर्णय लिया गया है। आज 31.07.2024 को पुलिस कार्यालय उत्तरकाशी मे आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान *पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, श्री अर्पण यदुवंशी* द्वारा बताया गया कि दिल्ली IAS कोचिंग में घटित हादसा बेहद दुखःदायी है, उक्त घटना से सबक लेते हुये जिला पुलिस-प्रशासन द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया है। उत्तरकाशी पुलिस व फायर की संयुक्त टीम द्वारा जनपद उत्तरकाशी स्थित सभी कोचिंग संस्थानों का सुरक्षा की दृष्टि से ऑडिट किया जायेगा जिसमें फायर सुरक्षा, प्राकृतिक व अन्य आपदाओं की सुरक्षा के दृष्टि से कोचिंग संस्थानों का ऑडिट कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जायेगी। इसी क्रम में *एसएचओ कोतवाली श्री अमरजीत सिंह, निरीक्षक एलआईयू श्री दीपक रावत एवं प्रभारी अग्निशमन अधिकारी श्री देवेन्द्र सिंह नेगी* के नेतृत्व में *उत्तरकाशी पुलिस, फायर व एलआईयू की टीम* द्वारा आज जनपद मुख्यालय मे स्थित उडान, दक्ष, एजूगेनर आदि कोचिंग सेन्टर का सुरक्षा ऑडिट कर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। टीम द्वारा संस्थानो पर बिजली व फायर सुरक्षा की दृष्टि से ऑडिट करते हुये अग्निश्मन उपकरणो को चेक किया गया, संस्थान के एन्ट्री व एगजेट गेट सहित सम्पूर्ण परिसर व भवन का दैवीय व अन्य आपदाओं की दृष्टि से बारिकी से निरीक्षण किया गया। कोचिंग संस्थान के संचालको को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियां करने वाले युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु संस्थान पर आपदा/अग्निशमन उपकरणों का लगातार मेंटेनेन्स के साथ सुरक्षा के अन्य जरुरी नॉर्म्स का पालन करने की हिदायतें दी गयी।


उत्तरकाशी मे कोचिंग संस्थानो का सुरक्षा ऑडिट करेगी पुलिस व फायर की टीम जानकारी देते पुलिस अधीक्


षक


 


🛑उत्तरकाशी, 31 जुलाई 2024

आगामी 4 अगस्त को मोरी ब्लॉक के भीतरी गांव में क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल की अध्यक्ष्ता में बहुद्देश्यीय शिविर का अयोजन किया जाएगा। शिविर में विभिन्न विभागों के द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के साथ ही विभागीय सेवाओं को भी उपलब्ध कराया जाएगा। इस मौके पर विभिन्न प्रकार के प्रमाणपत्रों को निर्गत करने तथा  आधार कार्ड से संबंधित सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने भीतरी गॉव के बेरीनाग मंदिर प्रांगण में प्रस्तावित उक्त बहुद्देश्यीय शिविर के आयोजन के संबंध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही सभी जिलास्तरीय अधिकारियों को अपने विभागों के विकास खंड स्तरीय अधिकारियों को इस आयोजन में पूरी जानकारियों सहित भाग लेने हेतु आदेश जारी किया है।  उप जिलाधिकारी पुरोला को उक्त बहुद्देश्यीय शिविर की संपूर्ण व्यवस्थाओं का प्रभारी बनाया गया है।
उक्त शिविर में समाज कल्याण विभाग द्वारा पेंशन योजनाओं व अन्य कल्याणकारी योजनाओं के आवेदन पत्र वितरण व जमा करने, पेंशनरों के खातों को आधार से लिंक करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस मौके पर राजस्व विभाग द्वारा आय, जाति, स्थायी निवास आदि प्रमाणपत्र मौके पर ही जारी किए जाएंगे और चिकित्सा विभाग द्वारा दिव्यांग प्रमाणपत्र जारी करने की भी व्यवस्था की जाएगी।  शिविर में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा  बीपीएल प्रमाणपत्र एवं पेंशनरों के आवेदन पत्रों की औपचारिकताएं पूर्ण कराने के साथ ही मनरेगा जॉब कार्ड हेतु आवेदन भी प्राप्त किए जाएंगे। इस मौके पर परिवार रजिस्टर की नकल, जन्म-मृत्यू प्रमाण पत्र भी जारी किए जाएंगे। बहुद्देश्यीय शिविर में कृषि व उद्यान विभाग, बाल विकास विभाग, विद्युत विभाग, श्रम विभाग, लीड बैंक, जल संस्थान, खाद्य आपूर्ति, उद्योग, पशु चिकित्सा, वन, मत्स्य पालन और सेवायोजन विभाग द्वारा भी विभागीय योजनाओं की जानकारी एवं सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी।


🔴 उत्तरकाशी, 31 जुलाई 2024

जिला उद्योग मित्र समिति एवं जिला प्राधिकृत समिति की बैठक का आयोजन जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में जिला सभागार कक्ष किया गया।  जिला उद्योग केन्द्र द्वारा बैठक के एजेंडे के समस्त बिन्दुओं को समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट द्वारा एमएसएमई नीति 2015 के अन्तर्गत प्राप्त 13 इकाइयों के ब्याज उपादान दावो तथा 01 इकाई के विद्युत प्रतिपूर्ति दावे का विचारोपरांत निस्तारण किया गया साथ ही मार्च 2024 से जून 2024 तक कुल 56 आवेदन पत्रों  जिनमे 43 आवेदन सोलर प्लांट,4 आवेदन होटल सहित आदि को दी गई सैद्धान्तिक स्वीकृति पर जिला प्राधिकृत समिति द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया, जिनमें रु० 76.77 करोड़ का निवेश होगा  जिससे 179 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा।
जिलाधिकारी द्वारा जनपद में सोलर पावर प्लांट की सम्भावनाओं के मद्देनजर विद्युत उपकेन्द्रों की क्षमता बढ़ाने के लिए यूपीसीएल तथा उरेडा के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा की आने वाले समय मे ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की सरकार की नीति को अमल में लाने के लिए संसाधनों को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है इसके लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।
उद्योग विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना तथा पीएम विश्वकर्मा योजना की समीक्षा करते हुए डा .बिष्ट द्वारा जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को उक्त योजनाओं के अन्तर्गत ऋण वितरण की कार्यवाही समय से एवम सुगमता पूर्वक कराए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी जय किशन  द्वारा उद्यमियों से जनपद में औद्योगिक विकास पर चर्चा करते हुए उद्यम स्थापना में आ रही समस्याओं के सम्भव निराकरण का आश्वासन दिया गया।
बैठक में जिला उद्योग महाप्रबंधक शैली डबराल,वरिष्ठ कोषाधिकारी शिवेन्द्र कुमार, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल मनोज गुसाईं,जिला पर्यटन अधिकारी केके जोशी,लीड बैंक अधिकारी राजीव कुमार , परियोजना अधिकारी उरेडा रॉकी कुमार सहित सेवायोजन व राज्य कर विभाग के कार्मिकों के साथ अतर सिंह राणा,सोबत सिंह रावत,पुलम सिंह,संदीप कुमाईं,बालम सिंह, तथा जयराज परमार सहित अनेक उद्यमियों द्वारा बैठक में प्रतिभाग किया गया।


 🔴उत्तरकाशी, 31 जुलाई 2024

अपर जिलाधिकारी रज़ा अब्बास ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन के निर्देशानुसार जनपद से म्यांमार में फंसे राज्य के नागरिकों का विवरण उपलब्ध कराये जाने एवं इस सम्बन्ध में आपातकालीन नम्बर-112 पर विवरण उपलब्ध कराये जाने एवं जनसामान्य को सूचित कराये जाने हेतु जनपद में जिला आपदा परिचालन केन्द्र उत्तरकाशी में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। जनपद से म्यांमार में फंसे राज्य के नागरिकों के सम्बन्ध में सूचना (नाम,पिता का नाम,पति,पत्नी का नाम, उत्तराखण्ड राज्य में पता एवं दूरभाष, मोबाईल नम्बर, म्यांमार में पता एवं म्यांमार का दूरभाष,मोबाईल नम्बर, पासपोर्ट नम्बर एवं फंसे व्यक्ति की वर्तमान स्थिति) कंट्रोल रूप के दूरभाष नं0-01374 222722 एवं ई-मेल आई०डी० dm- utt-ua@nic.in के माध्यम से जिला कार्यालय को अथवा इस सम्बन्ध में शासन के आपातकालीन नम्बर-112 पर उपलब्ध करायी जा सकती है।




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उत्तरकाशी, 31 जुलाई 2024

जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में सुरक्षा एवं सुविधाओं के विस्तार हेतु विश्वस्तरीय अवसंरचनाओं का निर्माण किए जाने पर जोर देते हुए संबंधित विभागों को परियोजनाओं के प्रस्ताव अविलंब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा है कि इन धामों के विकास व विस्तार के लिए भविष्य की आवश्यकताओं और देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की उत्तरोत्तर बढती संख्या को ध्यान में रखते हुए योजनाएं तैयार की जानी जरूरी है।
    जिला मुख्यालय में विभिन्न विभागों और कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों की बैठक लेकर जिलाधिकारी ने पिछले दिनों अतिवृष्टि से यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुनर्निर्माण और बाढ व भूस्खलन से सुरक्षा के उपायों के साथ ही इन दोनों धामों के विकास को लेकर दीर्घाकलीन योजनाओं के प्रस्ताव बनाए जाने पर विचार-विमर्श किया। बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग करते हुए गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल तथा यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने धामों के विकास एवं बाढ सुरक्षा को लेकर विचार रखते हुए घाटों, वैकल्पिक सड़कों, पुलों एवं अन्य सुविधाओं को विकास किए जाने के संबंध में विचार रखे। बैठक में यमुनोत्री रोपवे परियोजना के सीईओ अविरल जैन ने बताया कि परियोजना के लिए सामग्री परिवहन करने वाले अस्थाई रोपवे का निर्माण जल्द शुरू करवाया जाएगा। इस निर्माण के दायरे में आने वाले पेड़ों का छपान की कार्रवाई कर ली गई है।
    बैठक में जिलाधिकारी ने रोपवे का कार्य अविलंब प्रारंभ करने के निर्देश देने के साथ ही लोनिवि बड़कोट के अधिशासी अभियंता को यमुनोत्री धाम के लिए वैकल्पिक मार्ग के प्रस्ताव में रेस्टिंग फैसिलिटी सहित स्तरीय मार्गीय सुविधाओं एवं चिकत्सा व अन्य सहायता इंतजामों के लिए सर्विस एरिया का भी प्राविधान किए जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर के विस्तार तथा अन्य सुविधाओं का विकास किए जाने के लिए योजनाएं तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश देने के साथ ही सिंचाई विभाग को घाटों के निर्माण व सुरक्षा कार्यों की योजना तैयार करने को कहा। जिलाधिकारी ने इस क्षेत्र में टनल पार्किंग निर्माण के लिए भूवैज्ञानिक के राय के अनुसार प्रारंभिक अलाइनमेंट का खाका और डीपीआर अविलंब प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।
    बैठक में गंगोत्री धाम के विकास व सुरक्षा के संबंध में विचार-विमर्श  करते हुए जिलाधिकारी ने गंगोत्री में नदी के तटवर्ती क्षेत्रों से होते रिंग रोड या एलीवेटेड कॉरीडोर बनाए जाने और दोनों तटवर्ती क्षेत्रों को पुलों से जोड़े जाने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि भीड़ व सुरक्षा प्रबंधन और धाम की धारण क्षमता बढाने के लिए यह कार्य किए जाने अपरिहार्य हैं। इसके साथ ही धाम के प्रारंभिक प्रवेश द्वार से लेकर मंदिर तक के मार्ग को चौड़ा किया जाना, जलापूर्ति एवं सीवरेज प्रबंधन की उपयुक्त योजनाएं बनाया जाना भी जरूरी है। जिलाधिकारी ने गंगोत्री में घाटों के निर्माण में नई तकनीकों व उपयुक्त निर्माण सामग्री का उपयोग करते हुए नदी में बहकर आने वाले मलवे-पत्थरों से सुरक्षित बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग धामों की अवसंरचनाओं के निर्माण के लिए देश-दुनिया में प्रयोग हो रही नए तौर-तरीकों व तकनीकों का इस्तेमाल करने के लिए प्रयास करें। ताकि हम आने वाले सालों में धामों पर  श्रद्धालुओं को बेहतर व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करा सकें।
जिलाधिकारी ने बैठक में धामों में चल  रहे सुरक्षा कार्यों को तेजी से पूरा करने और मलवे के सफाई के कार्य को तत्परता से पूरा करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी एवं नवाजिश खलीक, अधिशासी अभियंता केएस चौहान (सिंचाई), एलसी रमोला (जल संस्थान), मधुकांत कोटियाल (जल निगम), विनीत रस्तोगी (जिला विकास प्राधिकरण), मनोज गुसांई (यूपीसीएल), जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल, साहसिक पर्यटन अधिकारी मोहम्मद अली खान, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत गंगोत्री कुसुम राणा सहित वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रभागीय वनाधिकारी रविन्द्र पुण्डीर, अधिशासी अभियंता मनोहर सिंह (लोनिवि बड़कोट), पन्नी लाल (सिंचाई खंड पुरोला) सहित अनेक विभागों व कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों ने भाग लिया।






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